दुनिया के प्रमुख अर्थशास्त्रियों द्वारा भारत के आर्थिक विकास से जुड़े आंकड़ों में ‘राजनीतिक हस्तक्षेप' पर चिंता जताए जाने के बाद कांग्रेस ने शुक्रवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार ने देश की वैश्विक प्रतिष्ठा को धूमिल किया है। जनता को इसे सत्ता से बाहर करना चाहिए।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, 'भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा और विश्वसनीयता को किसी ने भी मोदी सरकार से ज्यादा चोट नहीं पहुंचाई। इसे लेकर 108 अंतरराष्ट्रीय अर्थशास्त्री और समाजशास्त्रियों ने चिंता जताई है।'
राजनीतिक हस्तक्षेप पर जताई चिंता
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ' उस पार्टी को सत्ता से बाहर करिये जो आंकड़ों में छेड़छाड़ करके अपनी व्यापक विफलताओं को छिपाती है।' उन्होंने कहा कि अर्थशास्त्रियों और समाज शास्त्रियों ने आर्थिक आंकड़ों में राजनीतिक हस्तक्षेप को लेकर चिंता जतायी है तथा 108 विशेषज्ञों ने एक संयुक्त बयान में सांख्यिकी संगठनों की ‘संस्थागत स्वतंत्रता’ बहाल करने का आह्वान किया है।
जीडीपी आंकड़ों में संसोधन पर हुआ विवाद
सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़ों में संशोधन करने तथा एनएसएसओ द्वारा रोजगार के आंकड़ों को रोक कर रखे जाने के मामले में पैदा हुये विवाद के मद्देनजर यह बयान आया है। इनमें आईआईएम-ए के राकेश बसंत, अमेरिका के मैसाचुसेट्स विश्वविद्यालय) के जेम्स बॉयस, हार्वर्ड विश्वविद्यालय, अमेरिका की एमिली ब्रेजा, दिल्ली विश्वविद्यालय के सतीश देशपांडे, ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय कनाटा के पैट्रिक फ्रैंसिसिस, टिस मुंबई के आर रामकुमार, आईआईएम-बी के स्वामीनाथन और जेनएनयू के रोहित आजाद शामिल हैं।