केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार को अगर वास्तव में सभी धर्मों के प्रति समान सम्मान में विश्वास है तो उन्हें द्रमुक नेता उदयनिधि स्टालिन की सनातन धर्म पर की गई टिप्पणी की निंदा करनी चाहिए क्योंकि उनकी चुप्पी विवादास्पद टिप्पणियों का समर्थन करने के समान होगी।
जोशी ने संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस नेता और कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे ने भी उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणियों का समर्थन किया है। उन्होंने सोनिया गांधी और राहुल गांधी सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से इन टिप्पणियों की निंदा किए जाने की मांग की।
विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उनमें अन्य धर्मों की आलोचना करने का ‘साहस’ नहीं है, भले ही उनमें सदियों से बहुत कम सुधार दिखा है।
जोशी ने हिंदू धर्म में सुधारों की ओर इशारा करते हुए कहा कि सनातन धर्म में कई चीजें बदल गई हैं। उन्होंने कहा, ‘कई धर्म हैं जो अब भी नहीं बदले हैं लेकिन आपके पास उनके बारे में एक शब्द भी बोलने का साहस नहीं है।’’
उदयनिधि ने हाल ही में सनातन धर्म को खत्म करने का आह्वान किया था। उन्होंने इसे समाज में असमानता और विभाजन को बढ़ावा देने के लिए दोषी ठहराया था और इसकी तुलना मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों से की थी।
जोशी ने कहा, ‘मैं राहुल गांधी और संसद सत्र पर राजनीति करने की कोशिश कर रहीं सोनिया गांधी से पूछना चाहूंगा कि अगर आप वास्तव में सर्वधर्म समभाव में रुचि रखते हैं तो आपको उदयनिधि स्टालिन के बयान की निंदा करनी चाहिए। अन्यथा देश को विश्वास हो जाएगा कि आप उनके बयान का समर्थन कर रहे हैं।’