राहुल ने अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी के दो दिवसीय दौरे के पहले दिन शुकुलबाजार के रानीगंज गांव में संवाददाताओं से बातचीत में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा सहरसा की चुनावी रैली में बिहार को सवा लाख करोड़ रुपये का पैकेज दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर कहा कि मोदी ने तो वन रैंक, वन पेंशन का वादा भी किया था लेकिन क्या वह पूरा हुआ?
उन्होंने कहा कि मोदी के पास बिहार को आर्थिक पैकेज देने के लिए धन है लेकिन सैन्य कर्मियों से किए गए वन रैंक, वन पेंशन के वादे को पूरा करने के लिए धन की कमी की बात कह रहे हैं। उनके पास विदेश यात्राओं पर जाने के लिए धन है , लेकिन देश के सैनिकों को देने के लिए नहीं है। राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने बिहार को पैकेज देने का वादा किया है लेकिन उस वादे का क्या हुआ जिसमें उन्होंने सत्ता में आने पर देश के हर नागरिक के खाते में काले धन के 15 लाख रुपये जमा करने की बात कही थी। बिहार को पैकेज का वादा भी कहीं चुनावी जुमला ना साबित हो। मोदी दरअसल पैकेज का वादा करके बिहार की जनता को सब्जबाग दिखा रहे हैं। रानीगंज में ही चौपाल में किसानों को संबोधित करते हुए राहुल का जोर खास तौर से भूमि अधिग्रहण विधेयक पर रहा। उन्होंने कहा कि मोदी किसानों की जमीन छीनकर पूंजीपतियों को देना चाहते हैं।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने किसानों से पूछा कि जिन किसानों की जमीन ली गई, उनमें से कितनों को नौकरी मिली। व्यापमं, ललित गेट और भूमि अधिग्रहण विधेयक पर पार्टी द्वारा संसद में अपनाए गए आक्रामक रुख को और धार देते हुए राहुल ने नरेंद्र मोदी सरकार पर सिर्फ पूंजीपतियों के लिए काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि देश के हितों की सुरक्षा के लिए कांग्रेस को दोबारा मजबूत करने की जरूरत है। देश का भविष्य कांग्रेस में ही निहित है। राहुल दखिन गांव भी गए और ग्रामीणों से बात की।
राहुल की इस यात्रा को भाजपा की इस योजना से जोड़कर देखा जा रहा है, जिसमें पार्टी कांग्रेस के कब्जे वाले 44 लोकसभा क्षेत्रों में अपने नेताओं को भेजना चाहती है ताकि संसद के मानसून सत्र में कोई कामकाज न होने के लिए कांग्रेस को दोषी ठहराया जा सके। इसके पूर्व, राहुल गांधी निर्धारित समय से करीब डेढ़ घंटे की देर से लगभग साढ़े दस बजे लखनऊ स्थित चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे पर उतरे। माना जा रहा था कि वह कल राजधानी में विधानसभा का घेराव करने जाते वक्त पुलिस लाठीचार्ज में घायल हुए पार्टी के प्रदेश प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री तथा प्रदेश अध्यक्ष निर्मल खत्री समेत अन्य जख्मी नेताओं का हाल लेने जाएंगे लेकिन वह हवाईअड्डे से सीधे सड़क मार्ग से अमेठी रवाना हो गए।