राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने शुक्रवार को केंद्र सरकार द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की घोषणा करने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा 'दिल जीत लिया'। चौधरी चरण सिंह के पोते जयंत चौधरी ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "दिल जीत लिया।"
कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हा राव को ‘भारत रत्न’ दिए जाने की घोषणा का शुक्रवार को स्वागत किया। इस बारे में पूछे जाने पर सोनिया गांधी ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं इसका (घोषणा) स्वागत करती हूं। क्यों नहीं?’’
कांग्रेस ने पीवी नरसिम्हा राव, चौधरी चरण सिंह और एमएस स्वामीनाथन को ‘भारत रत्न’ (मरोणपरांत) पुरस्कार दिए जाने की घोषणा के बाद शुक्रवार को कहा कि ये तीनों महान व्यक्तित्व भारत के रत्न थे, हैं और सदैव रहेंगे।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘पीवी नरसिम्हा राव, चौधरी चरण सिंह और एमएस स्वामीनाथन जी भारत के रत्न थे, हैं और सदैव रहेंगे। उनका योगदान अभूतपूर्व था, जिसका हर भारतीय सम्मान करता है।’’
कांग्रेस ने पीवी नरसिम्हा राव, चौधरी चरण सिंह और एमएस स्वामीनाथन को ‘भारत रत्न’ (मरोणपरांत) पुरस्कार दिए जाने की घोषणा के बाद शुक्रवार को कहा कि ये तीनों महान व्यक्तित्व भारत के रत्न थे, हैं और सदैव रहेंगे।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘पीवी नरसिम्हा राव, चौधरी चरण सिंह और एमएस स्वामीनाथन जी भारत के रत्न थे, हैं और सदैव रहेंगे। उनका योगदान अभूतपूर्व था, जिसका हर भारतीय सम्मान करता है।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘स्वामीनाथन फ़ॉर्मूले के आधार पर किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य का क़ानूनी दर्जा दिए जाने पर मोदी सरकार चुप है। प्रधानमंत्री मोदी की हठधर्मिता के कारण 700 किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए, मगर सरकार ने किसानों के साथ वादा खिलाफी की। आज भी किसान दिल्ली कूच के लिए तैयार बैठे हैं, मगर सरकार कोई सुनवाई नहीं कर रही है।’’
कांग्रेस नेता ने कहा कि ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ में किसानों को न्याय दिलाया जाना एक मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि, ‘‘ ‘किसान न्याय’ के लिए हमारी मांग है कि स्वामीनाथन फ़ॉर्मूले के आधार पर किसान को न्यूनतम समर्थन मूल्य की क़ानूनी गारंटी दी जाए। यही पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी और स्वामीनाथन जी को सही मायनों में श्रद्धांजलि होगी।’’
चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिये जाने की घोषणा का मुद्दा उत्तर प्रदेश विधानसभा में भी उठा, जहां समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव, विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना और संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने केंद्र सरकार के इस फैसले की सराहना की।
पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव गारू को भारत रत्न से सम्मानित करने पर रक्षा राजनाथ सिंह ने कहा, 'हम बराबर दलगत राजनीति से ऊपर उठकर ही इस प्रकार के फैसले लेते हैं।'
वहीं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, ‘बहुत बधाई और चौधरी चरण सिंह के लिए भारत रत्न की मांग समाजवादी पार्टी ने की थी। जितने भी लोगों को भारत रत्न मिला है। मैं उनको बहुत बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।’
भाजपा सांसद और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि हम इस फैसले का स्वागत करते हैं। कांग्रेस की सरकार ने कभी इन लोगों को सम्मान नहीं दिया।
कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला कहते हैं, 'यह अच्छी बात है कि देश में सबसे बड़ा आर्थिक सुधार लाने वाले पीवी नरसिम्हा राव को भारत रत्न से सम्मानित किया जाना है। लेकिन यह दुखद है कि उस टीम में मनमोहन सिंह भी थे, जिनके कार्यकाल में वे (भाजपा) श्वेत पत्र लेकर आए। हम पीवी नरसिम्हा राव, चौधरी चरण सिंह और एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न दिए जाने का स्वागत करते हैं।'
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा, 'मैं पीएम मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूं। चौधरी चरण सिंह एक प्रमुख किसान नेता थे। देश और खासकर यूपी का हर किसान इस फैसले से खुश है। मैं पीएम मोदी को धन्यवाद देता हूं। पीवी नरसिम्हा राव को भी भारत रत्न से सम्मानित किया गया है।'
तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा, 'धरती के पुत्र नरसिम्हा राव को भारत रत्न देना तेलंगाना के लोगों का सम्मान है।' केसीआर ने बीआरएस की मांग का सम्मान करते हुए पी वी नरसिंह राव को भारत रत्न से सम्मानित करने के लिए केंद्र को धन्यवाद दिया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को पी. वी. नरसिम्हा राव और चौधरी चरण सिंह के साथ-साथ कृषि वैज्ञानिक एम. एस. स्वामीनाथन को भारत रत्न से सम्मानित किये जाने की घोषणा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक पोस्ट में कहा, ”हमारी सरकार का यह सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है। यह सम्मान देश के लिए उनके अतुलनीय योगदान को समर्पित है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि चौधरी चरण सिंह ने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था। चौधरी चरण सिंह तीन अप्रैल 1967 से 25 फरवरी 1968 और 18 फरवरी, 1970 से एक अक्टूबर, 1970 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे थे।