25 हजार होमगार्डों से काम नहीं लिए जाने के मामले में सपा मुखिया अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार उर्फ लल्लू ने योगी सरकार पर निशाना साधा है। वहीं, मुजफ्फरनगर जिले में होमगार्डों के समर्थन में उतर आई है। शिवसेना ने होमगार्डों के फिर से काम पर नहीं रखे जाने पर सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी है।
शिवसेना ने मुख्यमंत्री, डीजीपी को संबोधित ज्ञापन एसपी सिटी को सौंपा। शिवसेना कार्यकर्ताओं का कहना है अगर होमगार्डों को दोबारा ड्यूटी पर नहीं रखा जाता है तो शिवसेना पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सभी छह मंडलों के साथ 28 जनपदों में सड़कों पर उतरकर प्रदेश सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगी।
होमगार्ड मंत्री ने दी थी सफाई
25 हजार होमगार्डों से काम नहीं लिए जाने के बारे में कल होमगार्ड मंत्री चेतन चौहान ने सफाई दी थी कि किसी भी होमगार्ड को बेरोजगार नहीं होने दिया जाएगा। इतना जरूर है कि जितना बजट निर्धारित है, उसी में काम लिया जाएगा, जिससे होमगार्डों की करीब 35 फीसदी ड्यूटी प्रभावित होगी। उनके इस बयान के बाद सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है कि किस प्रकार उतने ही बजट में सभी होमगार्डों को पहले की तरह समायोजित किया जाएगा। इस बारे में ना ही सरकार की ओर से अभी तक कोई स्पष्ट आदेश आए हैं। जिस कारण प्रदेश भर के होमगार्डों में जबरदस्त रोष है।
ड्यूटी में कटौती होने के कारण प्रदेश की राजधानी में चौराहों पर होमगार्ड नहीं दिखे। जिस कारण कई जगहों पर लोगों को जाम का सामना करना पड़ा। हालांकि यूपी पुलिस और ट्रैफिक सिपाही जाम खुलवाने का प्रयास करते रहे, लेकिन उनके प्रयास नाकाफी रहे।
गरीबों के पेट पर मारी गई है लात: कांग्रेस
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार उर्फ लल्लू ने ‘आउटलुक’ को बताया कि सरकार की अगर नीयत सही होती, तो वह बिना किसी होमगार्ड को निकाले सभी को समायोजित कर लेती। रही बात बजट की तो सरकार अगर चाहती तो अगले बजट में एरियर का प्रावधान करके सभी होमगार्डों को दे दिया जाता। इससे ना तो होमगार्डों को बेरोजगार होना पड़ता और ना ही उन्हें सड़कों पर भीख मांगना पड़ता, लेकिन यह सरकार जनविरोधी है। सरकार ने दीपावली के अवसर पर 10 से 12 हजार रुपए कमाने वाले गरीबों के पेट पर लात मारने का काम किया है।
विनाशकारी बनती जा रही है भाजपा सरकारः सपा
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा है कि प्रदेश में भाजपा सरकार अपने कारनामों से विनाशकारी बनती जा रही है। दीपावली का पर्व हर्षोल्लास और अंधेरे पर प्रकाश का पर्व माना जाता है। भाजपा सरकार ने दीपावली से पहले ही होमगार्डों के 25 हजार परिवारों की जिंदगी में अंधेरा कर दिया है। सबका साथ, सबका विश्वास का मंत्र दुहराने वाली भाजपा को यह गंवारा न हुआ कि किसी गरीब का वेतन बढ़ जाए और वह भी बेहतर जिंदगी जी सके। उसे बेरोजगार बनाना ही भाजपा को ठीक लगा।
गलत आर्थिक नीतियों की मिली सजाः बसपा
बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्विट कर कहा कि यूपी सरकार अपनी गलत आर्थिक नीतियों की सजा 25 हजार होमगार्डों को बर्खास्त करके उनके परिवार के लाखों लोगों को क्यों दे रही है? इससे प्रदेश में अराजकता और ज्यादा बढ़ेगी। सरकार रोजगार देने के बजाय बेरोजगारी को और क्यों बढ़ा रही है? सरकार जनहित पर समुचित ध्यान दे तो बेहतर है।
दी जाए अतिरिक्त धनराशि: मोना
कांग्रेस विधान मण्डल दल की नेता आराधना मिश्रा ‘मोना’ ने मुख्यमन्त्री को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि सरकार का इरादा था कि खाली पड़े पदों को भरा जाएगा और बेरोजगारों को रोजगार दिया जाएगा। आवश्यकता है कि होमगार्ड विभाग को अतिरिक्त धनराशि दी जाए और जो 25000 होमगार्ड निकाले जा रहे हैं, उन्हें पूर्ववत सेवा में बनाए रखा जाए। उनके कार्य दिवस को कम न किया जाए, क्योंकि ये निम्न और मध्यम वर्ग के हैं और बड़ी मुश्किल से अपने परिवार की आजीविका चला पाते हैं।
होमगार्डों ने मांगी थी भीख
मुजफ्फरनगर जिले में प्रदेश सरकार के खिलाफ होमगार्डों ने वर्दी पहनकर सड़कों पर भीख मांग कर अनोखा विरोध प्रदर्शन किया था। जिसके बाद अब शिवसेना ने होमगार्डों को अपना समर्थन देकर होमगार्डों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ाई लड़ने का ऐलान किया है। मुजफ्फरनगर में होमगार्डों ने हाथों में कटोरा लेकर भीख इसलिए मांगी, क्योंकि प्रदेश सरकार में होमगार्ड मंत्री चेतन चौहान मुजफ्फरनगर जिले के प्रभारी मंत्री भी हैं।