सिंह ने हालांकि अपने ऊपर लगेे इस तरह के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है। इधर आयकर विभाग एक बार फिर आर्म्स डीलर संजय भंडारी से बेनामी संपत्ति को लेकर पूछताछ करने की तैयारी में है। संजय भंडारी के घर से उक्त संपत्ति की खरीद के संबंध में कुछ कागजात आयकर विभाग को छानबीन के दौरान मिले हैं। इनमें एक ट्रेल ऑफ ई-मेल भी मिला था। इस मेल का लिंक एक तरफ से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा और उनके सहयोगी और दूसरी ओर से ऑर्म्स डीलर संजय भंडारी के सहयोगी सुमित चड्ढा से था। जांच सूत्रों का कहना है कि मेल ट्रेल 2009 में लंदन में करीब 19 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी खरीदने को लेकर था। वाड्रा का नाम सामने आने के बाद भाजपा कांग्रेस पर हमला करते हुए मामले की पूरी जांच कराने की मांग की है। हालांकि वाड्रा के वकील की तरफ से ये कहा गया कि वाड्रा का भंडारी या चड्ढा से किसी भी तरह का बिजनेस संबंध नहीं है। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इसे एक तरह से साजिश करार दिया है।
वाड्रा पर लगे आराेेप को खरिज करते हुए कांग्रेस ने संजय भंडारी के साथ भाजपा नेता सिद़धार्थ सिंह के संबंधों का खुलासा किया है। आराेप पर सिंह का कहना है कि कांग्रेस वाड्रा से ध्यान हटाने के लिए इस मामले में उनका नाम खींच रही है। सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने मुझ पर भंडारी को कॉल करने का आराेप लगाया है, वह पूरी तरह निराधार है। उसमें कोई सच्चाई नहीं है। सिंह ने कहा कि वह भंडारी को जानते हैं। उनके उससे सामाजिक संबंध हैं। भंडारी के बच्चे और उनके बच्चे एक ही स्कूल में पढ़ते हैं। सिंह ने कहा कि राबर्ट वाड्रा और भंडारी के जैसे संबंध हैं, वैसे संबंध उनके भंडारी से नहीं है। सिंह ने यह भी कहा कि वह किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हैं।