मासिक पत्रिका पार्लियामेंटेरियन की तरफ से आयोजित द मूड ऑफ यूपी सर्वे में कहा गया है कि सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी को करीब 150 सीटों का नुकसान हो सकता है और इसका फायदा भाजपा और बसपा को समान रूप से मिल सकता है। सर्वेक्षण में दावा किया गया है कि 403 सदस्यीय विधानसभा में बसपा के वर्तमान 80 सीटों में 89 और सीटें जुड़ सकती हैं। वहीं भाजपा की 47 सीटों में 88 सीटों का इजाफा हो सकता है। कांग्रेस को 2012 में 28 सीटें मिली थीं जिनमें 13 सीटों का नुकसान हो सकता है। राज्य विधानसभा में बहुमत के लिए 203 सीटों की जरूरत है।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का जिक्र करते हुए सर्वेक्षण में कहा गया है कि 39 फीसदी मतदाताओं ने उनके प्रदर्शन को खराब या बहुत खराब बताया है जबकि 33 फीसदी ने उनके कार्य को औसत बताया है। लेकिन 28 फीसदी मतदाताओं का कहना है कि उनका काम बढ़िया या बहुत अच्छा रहा है जिसका मतलब है कि इस मामले में सत्ता विरोधी लहर नहीं होगी। सर्वे में बताया गया है कि बसपा प्रमुख मायावती को 28 फीसदी मतदाता अगले मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं। लेकिन अखिलेश को उनके बाद 25 फीसदी मतदाता पसंद करते हैं। भाजपा के सबसे लोकप्रिय नेता वरूण गांधी को 23 फीसदी जनता पसंद करती है। पत्रिका ने कहा कि पिछले महीने पश्चिमी, पूर्वी, अवध और बुंदेलखंड इलाकों में 25 हजार लोगों का सर्वेक्षण कर यह ओपिनियन पोल जारी किया गया है।