मीरा कुमार बुधवार को सुबह लगभग 11 बजे लोकसभा पहुंची। जहां उन्होंने वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में अपना नामांकन दाखिल किया। नामांकन भरते समय मीरा कुमार के साथ सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह, मल्लिकार्जुन खड़गे, सीताराम येचुरी, शरद पवार सहित 17 विपक्षी दलों के नेता मौजूद थे। मीरा कुमार ने नामांकन पत्र के चार सेट लोकसभा महासचिव के समक्ष दाखिल किया।
Opposition Presidential candidate #MeiraKumar files her nomination pic.twitter.com/9XBCX138eU
— ANI (@ANI_news) 28 June 2017
मीरा कुमार अपना नामांकन भरने से पहले सुबह 10 बजे राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित कीं।
Delhi: Opposition Presidential candidate #MeiraKumar pays tribute at Rajghat before filing her nomination pic.twitter.com/qGGIYqC9lZ
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विचारधारा की लड़ाई
मीरा कुमार का कहना है कि विपक्ष की पार्टियों ने सर्वसम्मति से उन्हें राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने का फैसला लिया। विपक्षी दलों की एकता समान विचारधारा पर आधारित है। मीरा कुमार ने कहा, “लोकतांत्रिक मूल्यों, पारदर्शिता, प्रेस की आजादी और गरीब का कल्याण हमारी विचारधारा के अंग हैं, इनमें मेरी गहरी आस्था है। इस चुनाव में मैं इस विचारधारा पर ही राष्ट्रपति चुनाव लडूंगी। मीरा कुमार ने कहा कि मैंने सभी निर्वाचक मंडल के सभी सदस्यों को पत्र लिख मेरा समर्थन करने की अपील की है, उनके सामने इतिहास रचने का अवसर है।”
बता दें कि मीरा कुमार ने मंगलवार को ऐलान किया था कि वे अपना चुनाव प्रचार साबरमती आश्रम से शुरू करेंगी।
रामनाथ कोविंद का चौथा नामांकन
एनडीए की ओर से उम्मीदवार रामनाथ कोविंद अपने नामांकन पत्र के तीन सेट 23 जून को दाखिल कर चुके हैं।
वहीं केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद की ओर से नामांकन पत्र के चौथे पर्चे को भरा।
सचिवालय के अनुसार, मंगलवार को 28 व्यक्तियों ने नामांकन पत्र दाखिल किए, जिनमें सात के पर्चे तत्काल खारिज कर दिए गए। इस तरह अब तक कुल 47 उम्मीदवारों ने पर्चे भरे हैं, जिनमें एक महिला भी है। गौरतलब है कि नामांकन पत्र 28 जून तक भरे जाने हैं और 29 जून को इनकी जांच होगी, जबकि 17 जुलाई को मतदान होना है।