कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी लगातार महंगाई और रोजगार के मुद्दे पर केन्द्र पर निशाना साधते रहते हैं। उन्होंने एक बार फिर से न्यू इंडिया पर तंज कसते हुए बेरोजगारी को लेकर केन्द्र सरकार पर बड़ा हमला बोला है।
राहुल गांधी ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए कहा, 'न्यू इंडिया का न्यू नारा- हर घर बेरोजगारी, घर-घर बेरोजगारी।' इस ट्वीट में राहुल ने आगे लिखा- '75 सालों में मोदी जी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिनके ‘मास्टरस्ट्रोक्स’ से 45 करोड़ से ज़्यादा लोग नौकरी पाने की उम्मीद ही छोड़ चुके हैं।'
न्यू इंडिया का न्यू नाराः
हर-घर बेरोज़गारी
घर-घर बेरोज़गारी75 सालों में मोदी जी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिनके ‘Masterstrokes’ से 45 करोड़ से ज़्यादा लोग नौकरी पाने की उम्मीद ही छोड़ चुके हैं। pic.twitter.com/rph7Ogt9nU
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 26, 2022
वहीं दूसरी तरफ, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी बेरोजगारी और महंगाई को लेकर केन्द्र पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, 'मोदी सरकार में लोगों के रोजी-रोजगार ही नहीं छीने, करोड़ों उम्मीदों ने भी दम तोड़ दिया। 90 करोड़ में से 45 करोड़ लोगों ने थक-हार कर नौकरी की तलाश ही छोड़ दी। 'आधी आबादी' की अर्थव्यवस्था में भागीदारी 18% रह गई है। अमृतकाल में देश, बेरोजगारी और महंगाई का विष पीने को मजबूर है।'
इससे पहले राहुल गांधी ने मुद्रास्फीति दर और घटते फिक्स्ड डिपॉजिट या एफडी ब्याज दर को बताते हुए कहा था कि पीएम मोदी के 'मास्टरस्ट्रोक' ने आपकी मेहनत की कमाई को ध्वस्त कर दिया है। उन्होंने कहा था, "मु्द्रास्फीति दर 6.95 फीसदी हो गया है, जबकि एफडी ब्जाज दर घटकर 5 फीसदी पर पहुंच गया है। अपने बैंक खातों में 15 लाख जमा करना भूल जाइए, पीएम मोदी के 'मास्टरस्ट्रोक' ने आपकी मेहनत की कमाई को ध्वस्त कर दिया है।"
राहुल गांधी ने ट्वीट में बताया था कि साल 2022 में दो लाख रुपये फिक्स करने पर 11,437 रुपये मिलते हैं, जबकि साल 2012 में इससे कहीं ज्यादा 19,152 रुपये मिलते थे। राहुल गांधी ने इसे जनधन लूट योजना बताया है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती शोभायात्रा में हिंसा के बाद वहां अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने ट्वीट के जरिए कहा था, "ये लोग संवैधानिक मूल्यों को विध्वंस कर रहे हैं। यह गरीबों और अल्पसंख्यकों को सरकार की तरफ प्रायोजित रूप से निशाना बनाया जा रहा है। बीजेपी को इसके बजाय उनके दिलों में नफरत को दूर करना चाहिए।"