नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर सियासी घमासान के बीच पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने गृहमंत्री अमित शाह पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि अमित शाह एक बार राज्यसभा और लोकसभा की बहस को सुनें, उन्होंने एक भी सवाल का जवाब ठीक से नहीं दिया और अब वह बहस के लिए राहुल गांधी को चुनौती दे रहे हैं। कानून के बारे में सरकार की ओर से जो कुछ भी बताया जा रहा है, सब गलत है। उन्होंने सेना प्रमुख के बयान पर भी निशाना साधा है।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश की भाजपा सरकार के दो साल पूरे होने के मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को शिमला में कहा था, “में राहुल बाबा को चैलेंज देता हूं की अगर सीएए से किसी की भी नागरिकता लेने का प्रावधान है तो आप बताए, इस कानून से किसी की नागरिकता नहीं जाएगी।”
'आप सेना का काम संभालिए'
कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने देश के सेना प्रमुख बिपिन रावत को दो टूक कहा है कि उन्हें नेताओं को सलाह नहीं देनी चाहिए, वे सेना के जनरल हैं और उन्हें अपने काम से काम रखना चाहिए। जो नेताओं को करना है वो नेता ही करेंगे।
उन्होंने कहा कि ये सेना का काम नहीं है कि वे नेताओं से कहें कि हमें क्या करना चाहिए। जैसा कि ये हमारा काम नहीं है कि हम आपको बताएं कि युद्ध कैसे लड़ा जाए? यदि आप एक जंग लड़ रहे हैं तो हम आपको नहीं कहते हैं कि युद्ध इस तरह लड़िए। आप युद्ध अपने दिमाग से लड़ते हैं। इस देश में राजनीति हम चलाएंगे। उन्होंने कहा कि डीजीपी और आर्मी के जनरलों को सरकार को सपोर्ट करने को कहा जा रहा है, ये शर्म की बात है।
सेना प्रमुख ने दिया था विवादित बयान
देश भर में नागरिकता संशोधन बिल को लेकर हो रहे प्रदर्शन पर सेना प्रमुख बिपिन रावत ने एक बयान में कहा था, "नेता वे नहीं हैं जो लोगों को गलत दिशा में ले जाएं, जैसा कि हम देख रहे हैं कि बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय और कॉलेज के छात्रों को ले जाया जा रहा है, जहां बाद में आगजनी हुई, हिंसा हुई, ये नेतृत्व नहीं है। बिपिन रावत का ये बयान देश भर में नागरिकता कानून और नेशनल सिटिजन रजिस्टर के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों के बाद आया था।