देश भर में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक पार्टियों का एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। लोकसभा चुनाव के तीन चरणों का मतदान हो चुका है। इसके बीच पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने इस चुनाव में असली मुद्दों पर बात नहीं करने को लेकर पीएम मोदी और उनकी पार्टी बीजेपी के नेताओं पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि देश के असल मुद्दों पर बात करने के बजाय बीजेपी के नेता नफरत भरे भाषण दे रहे हैं।
चिदंबरम ने बुधवार को ट्वीट किया कि वह जीएसटी और नोटबंदी जैसे जरूरी मुद्दों से बचते हैं और अपने हर चुनाव प्रचार में खाली पाकिस्तान के खिलाफ उठाए गए कदम का ही जिक्र करते हैं। उन्होंने ट्वीट किया, 'मोदी की इस एक ही बात को बार-बार दोहराए जाने की वजह से मैं थक चुका हूं। चुनाव प्रचार खत्म होने के पहले क्या पीएम मोदी जरूरी मुद्दों पर बात करेंगे।
‘मोदी नोटबंदी, जीएसटी और इससे बर्बाद हुए छोटे उद्योगों पर बात करें’
चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा, बड़े मुद्दे हैं, 1. नौकरी, 2. किसानों की परेशानी और कर्ज, 3. सभी समुदायों के लोगों की सुरक्षा। आखिर पीएम मोदी इन मुद्दों पर शांत क्यों हैं? चिदंबरम ने आगे कहा कि देश की जनता चाहती है कि पीएम मोदी नोटबंदी, जीएसटी और इससे बर्बाद हुए छोटे उद्योगों पर बात करें। उन्होंने कहा कि जनता यह भी चाहती है कि पीएम मोदी उन नफरत भरे भाषणों के बारे में बात करें, जो उनकी पार्टी के नेता दे रहे हैं।
‘पीएम मोदी अपना ही बाजा बजा रहें है’
कांग्रेस नेता ने कहा कि पीएम मोदी अपना ही बाजा बजा रहें है। चिदंबरम ने पूछा कि आखिर पीएम मोदी ने पाकिस्तान का क्या किया? उन्होंने पूछा कि क्या चुनाव प्रचार खत्म होने से पहले पीएम मोदी असल मुद्दों पर बात करेंगे?
‘जबसे लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार शुरू हुआ, बीजेपी सिर्फ नफरत की बात कर रही है’
कांग्रेस का कहना है कि देश में जबसे लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार शुरू हुआ है बीजेपी सिर्फ नफरत की बात कर रही है, समाज को बांटने की बात कर रही है। कांग्रेस नेता के मुताबिक, पांच सालों तक पीएम मोदी और उनकी सरकार देश में विकास करने में बुरी तरह नाकाम रही है और यही वजह है, वह इस चुनाव में विकास पर बात करने के बजाय नफरत, पाकिस्तान और सेना की बात कर लोगों को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं।
बता दें कि पीएम मोदी अक्सर अपने भाषणों में बालाकोट एयर स्ट्राइक का जिक्र करते हैं। हाल ही में रविवार को बाड़मेर में उन्होंने कहा कि 1971 में हुए युद्ध में भारत ने सौ पाकिस्तानी सैनिकों को रिलीज करके कश्मीर मुद्दे को हल करने का बहुत बड़ा मौका खो दिया। उन्होंने कहा, 'पाकिस्तानी सैनिक हमारे कब्जे में थे, भारतीय सेना ने पाकिस्तान के एक बड़े क्षेत्र पर कब्जा कर लिया था लेकिन कांग्रेस शिमला समझौते में इसे टेबल पर हार गई।'