कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वादा किया कि अगर उनकी पार्टी की सरकार बनी तो संसद में महिला आरक्षण विधेयक को पारित कराएंगे और महिलाओें के उत्पीड़न को बर्दाश्त नहीं करने की नीति अपनाई जायेगी।
अंतरराष्ट्रीय दिवस के मौके पर ओडिशा में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने महिलाओं के साथ बातचीत में कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण को के लिए लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं को आरक्षण देने की तुरंत जरूरत है और कांग्रेस इसके लिए हर संभव कोशिश करेगी।
उत्पीड़न मुक्त की नीति पर होगा बल
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है, तो हमारा दृष्टिकोण महिलाओं के प्रति होने वाले उत्पीड़न को कतई बर्दाश्त नहीं करने वाला होगा। साथ ही कांग्रेस सत्ता में आऩे पर हर क्षेत्र में महिलाओं को निशुल्क शिक्षा देगी चाहे वह वह इंजीनियरिंग का क्षेत्र हो या चिकित्सा या अन्य कोई। राहुल गांधी ने कहा कि सभी महिलाएं, खासकर आदिवासी, दलित और पिछड़े समुदाय से संबंधित महिलाओं को निशुल्क शिक्षा दी जायेगी ताकि उनका सशक्तिकरण हो सके।
लंबे समय से लड़ी जा रही है लड़ाई
संसद और विधानसभाओं में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण दिलाने के लिए विभिन्न महिला संगठन लंबे समय से लड़ाई लड़ रहे हैं। यह कोई नहीं कहता कि वे इस विधेयक के पक्ष में नहीं हैं। सभी आश्वासन देते हैं कि यह बिल पास होना चाहिए, लेकिन राजनीतिक दल साथ में कोई न कोई बहाना भी लगा देते हैं। जैसे कोई कहता है कि हमारे पास तो पूर्ण बहुमत नहीं है तो कोई दूसरा दल यह कह कर पल्ला झाड़ लेता है कि सहयोगी पार्टियां अभी इस पर एकमत नहीं हैं।