भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण और बिना किसी हिंसा के हो रहे हैं और केंद्र शासित प्रदेश के लोगों ने गोलियों को नकार दिया है तथा शांति और विकास पर ध्यान केंद्रित करते हुए मतपत्रों को चुना है।
यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए नड्डा ने यह भी कहा कि कश्मीर के युवा राष्ट्रीय मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं और उन्होंने आतंकवाद और हिंसा को खारिज कर दिया है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष ने कहा, "यह एक ऐतिहासिक अवसर है जब जम्मू-कश्मीर के लोगों ने गोलियों को खारिज कर दिया है और मतपत्र का रास्ता चुना है। उन्होंने गोलियों का मुंहतोड़ जवाब दिया है।"
मौजूदा चुनाव में पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार करने जम्मू पहुंचे नड्डा ने कहा, "मतदान (पहले दो चरणों में) शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। पिछले चुनावों के विपरीत, कोई हिंसा नहीं हुई, कोई गोलीबारी नहीं हुई, कोई आतंकवादी हमला नहीं हुआ।"
उन्होंने चुनाव को जम्मू-कश्मीर में शांति और विकास की जीत बताया। उन्होंने कहा, "पहले दो चरणों के मतदान से पता चला है कि जम्मू-कश्मीर के लोग शांति, स्थिरता और विकास चाहते हैं। हम इस चुनाव को इसी नजरिए से देख रहे हैं।"
राष्ट्रीय मुख्यधारा में शामिल होने की इच्छाशक्ति के लिए केंद्र शासित प्रदेश के युवाओं की सराहना करते हुए नड्डा ने कहा, "उन्होंने हथियार छोड़ दिए हैं और शांति का रास्ता चुना है। लोगों ने विकास के पक्ष में भी मतदान किया है।"
उन्होंने कहा कि कश्मीर के युवाओं ने आतंकवाद को खारिज कर दिया है।
भाजपा नेता ने कहा, "वे राष्ट्रीय मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं। संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाए जाने से पहले, हर साल 300-400 से अधिक युवा आतंकवादी संगठनों में शामिल होते थे और आतंकवादी घोषित किए जाते थे। आज, केवल चार हैं। इसलिए आंकड़ों के आधार पर, मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि उन्होंने आतंकवाद और हिंसा को खारिज कर दिया है।"
जम्मू-कश्मीर में "हिंसा और रक्तपात के युग को पुनर्जीवित करने की कोशिश" करने के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी), पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने इन पार्टियों पर भारत विरोधी तत्वों का समर्थन करने का आरोप लगाया।
नड्डा ने कहा, "वे उन कार्यकर्ताओं का समर्थन कर रहे हैं जो देश के खिलाफ काम कर रहे हैं। एनसी के घोषणापत्र में उल्लेख किया गया है कि वह आतंकवादियों को (जेलों से) रिहा करेगी, सीमा पार व्यापार और पाकिस्तान के साथ बातचीत फिर से शुरू करेगी। इस तरह से एनसी भारत विरोधी ताकतों का समर्थन कर रही है और कांग्रेस इसका समर्थन कर रही है।"
जम्मू-कश्मीर चुनावों के लिए एनसी-कांग्रेस गठबंधन की आलोचना करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों पार्टियों ने राजनीतिक समझौता कर लिया है।
विधानसभा चुनावों की निगरानी के लिए विभिन्न देशों के मिशन प्रमुखों के दौरे का जिक्र करते हुए नड्डा ने कहा, "चुनावों का निरीक्षण करने के लिए 16 देशों के मिशन प्रमुखों ने कश्मीर का दौरा किया। उन्होंने कानून-व्यवस्था पर नियंत्रण देखा और देखा कि कैसे लोगों ने चुनावों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ।"
उन्होंने कहा, "यह एक ऐतिहासिक अवसर है। लोगों ने गोलियों को नकार दिया है और मतपत्रों को चुना है। उन्होंने आतंकवाद को करारा जवाब दिया है। उन्होंने शांति, विकास और प्रगति के लिए मतदान किया है।"
भाजपा प्रमुख ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने मतदान के पहले दो चरणों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी नीतियों में अपना विश्वास जताया है।