राज्यसभा में शुक्रवार को राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) के मुद्दे पर हंगामे के बीच कांग्रेस सांसद फूलो देवी नेताम शुक्रवार को अचानक गिरीं और बेहोश हो गईं जिसके बाद उन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह जानकारी दी।
इस प्रकरण के कुछ देर बाद राज्यसभा में विपक्ष के सांसदों ने सदन का बहिष्कार किया। फूलो देवी नेताम को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां इंडिया गठबंधन के विभिन्न नेता उनसे मुलाकात करने पहुंच रहे हैं। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी शामिल रहे।
कार्यवाही दोबारा प्रारंभ होने पर सांसद त्रिरूचि शिवा ने सभापति जगदीप धनखड़ के समक्ष यह विषय उठाते हुए कहा कि आप हमारे संरक्षक हैं। इस पर सभापति ने कहा कि तुरंत व्यवस्था की गई। हर बात का ध्यान रखा गया। फूलो देवी नेताम संसद के अंदर बेहोश हो गई थीं। संसद से उनको एंबुलेंस में भेजना पड़ा।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘नीट, यूजीसी-नेट और अन्य पेपर लीक घोटालों पर तत्काल चर्चा से सरकार के इंकार के कारण आज राज्यसभा में हुए शोर शराबे के बीच कांग्रेस सांसद फूलो देवी नेताम अचानक गिरीं और बेहोश हो गईं। कुछ दिन पहले ही उन्हें डेंगू हुआ था।’’
रमेश ने कहा, ‘‘ फूलो देवी नेताम को राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाना पड़ा। हमें उम्मीद है कि वह जल्द ठीक हो जाएंगी। विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (‘इंडिया’) के सभी सांसद उनकी खैरियत जानने के लिए अस्पताल गए।’’