लोकसभा चुनाव 2019 में मिली शानदार जीत के बाद शुक्रवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अध्यक्ष अमित शाह पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और फिर मुरली मनोहर जोशी से मिलने पहुंचे। मोदी ने पैर छूकर आडवाणी से आशीर्वाद लिया। वहीं, मुरली मनोहर जोशी ने गर्मजोशी से गले मिलकर मोदी को पार्टी की महाजीत की बधाई दी।
'बीजेपी की ऐतिहासिक जीत का श्रेय आडवाणी को'
मोदी ने लोकसभा चुनावों में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत का श्रेय आडवाणी को दिया। मोदी ने ट्विटर पर लिखा कि बीजेपी की यह शानदार जीत इसलिए संभव हुई है क्योंकि आडवाणी जैसी महान शख्सियत ने दशकों तक पार्टी को खड़ा किया और लोगों को एक नया नरेटिव दिया।'
'भारतीय शिक्षा पद्धति में जोशी का योगदान अविस्मरणीय'
पीएम ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी की तारीफ करते हुए कहा, 'डॉ मुरली मनोहर जोशी स्कालर और बुद्धिमान हैं। भारतीय शिक्षा पद्धति में उनका योगदान अविस्मरणीय है। उन्होंने बीजेपी और कई कार्यकर्ताओं को मजबूत बनाने के लिए काम किया। इन कार्यकर्ताओं में मैं भी शामिल हूं। उनसे सुबह मुलाकात की और उनकी दुआ मांगी।'
मोदी से मुलाकात के बाद क्या बोले जोशी
पूर्व बीजेपी चीफ जोशी ने पीएम मोदी से मुलाकात के बाद कहा कि देश के सामने एक मजबूत सरकार बनाने की आवश्यकता महसूस हो रही थी। उन्होंने कहा, 'देश के सामने नरेंद्र मोदी के अलावा कोई विकल्प नहीं था। मैं चाहता हूं कि पार्टी चीफ अमित शाह और पीएम नरेंद्र मोदी देश के लिए डिलिवर करें।' पार्टी में अपने भविष्य के बारे में पूछने पर जोशी ने कहा, 'मैं जो करता हूं, वहीं करूंगा। पार्टी क्या करना चाहती है वह पार्टी अध्यक्ष और पीएम जानें।'
राष्ट्रपति से मुलाकात कर सकते हैं मोदी
आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से मुलाकात करने के बाद पीएम मोदी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात कर सकते हैं। आज बीजेपी के संसदीय बोर्ड की बैठक भी होनी है। इसके अलावा केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक भी बुलाई गई है।
सहयोगियों की बंपर जीत पर आडवाणी ने दी बधाई
इससे पहले गुरुवार को बीजेपी और उसके सहयोगियों की बंपर जीत पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने पीएम मोदी और अमित शाह को जीत की बधाई दी थी। आडवाणी ने कहा था, 'बीजेपी की अभूतपूर्व जीत के लिए नरेंद्र मोदी और को दिल से शुभकामनाएं। बीजेपी चीफ के तौर पर अमित शाह और पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं ने पार्टी के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने में पूरी ताकत झोंक दी।' आडवाणी ने देश में सफलतापूर्वक चुनाव के लिए चुनाव आयोग की भी तारीफ की थी।
गौर करने वाली बात ये है कि पार्टी के दोनों वरिष्ठ नेताओं ने इस बार चुनाव नहीं लड़ा है। लालकृष्ण आडवाणी हर बार गांधीनगर से चुनाव लड़ते थे, लेकिन इस बार उनकी जगह अमित शाह लड़े, तो वहीं पिछली बार कानपुर से चुनाव लड़ने वाले मुरली मनोहर जोशी को पार्टी ने टिकट नहीं दिया। चुनाव से पहले इस मुद्दे पर दोनों नेताओं की तरफ से नाराजगी की भी खबरें थीं।
लगातार दूसरी बार केंद्र में सरकार बनाने जा रही है भाजपा
गौरतलब है कि देशभर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'प्रचंड लहर' पर सवार भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रवाद, हिंदू गौरव और 'नए भारत' के मुद्दों पर लोकसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज करके लगातार दूसरी बार केंद्र में सरकार बनाने जा रही है।
‘मोदी ऐसे तीसरे पीएम जो लोकसभा में लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे’
जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के बाद मोदी देश के तीसरे और पहले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री है जो लोकसभा में लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने दूसरी बार इस धारणा को तोड़ दिया है कि केन्द्र की सत्ता में अब गठबंधन का दौर शायद ही खत्म हो। चुनाव आयोग द्वारा जारी मतगणना के आंकड़ों के अनुसार कांग्रेस के 52 सीटों तक ही सिमटने के ही आसार नजर आ रहे हैं। बीजेपी की लहर इतनी प्रचंड थी कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपने परिवार के गढ़ अमेठी में स्मृति ईरानी से हार गए हालांकि वह केरल में वायनाड से जीत गए। इस चुनाव ने 68 बरस के नरेंद्र दामोदरदास मोदी को पिछले कई दशकों में सबसे लोकप्रिय नेता बना दिया।