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सीएए के विरोध पर पीएम मोदी ने साधा कांग्रेस पर निशाना, कहा- पाकिस्तान के खिलाफ चुप क्यों

पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ कांग्रेस और विपक्ष के आंदोलन को...
सीएए के विरोध पर  पीएम मोदी ने साधा कांग्रेस पर निशाना, कहा- पाकिस्तान के खिलाफ चुप क्यों

पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ कांग्रेस और विपक्ष के आंदोलन को लेकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कुछ सप्ताह पहले ही संसद ने सीएए को मंजूरी दी है लेकिन कांग्रेस और उसके सहयोगी दल देश में संसद के खिलाफ ही आंदोलन करने में जुटे हैं।

कर्नाटक के तुमकुरु में श्रीसिद्धगंगा मठ में बोलते हुए मोदी ने कहा,"हमारी सरकार सीएए लाई, लेकिन कांग्रेस ने इसका विरोध किया। इन लोगों ने संविधान के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा, "वे पाकिस्तान से दलितों और अन्य सताए गए लोगों के प्रवेश का विरोध कर रहे हैं। अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचार पाकिस्तान में बढ़ रहे हैं। पाकिस्तानियों ने हिंदुओं, सिखों, जैनियों के खिलाफ अन्याय किया है, लेकिन कांग्रेस ने अपनी आवाज नहीं उठाई है।"

संसद के खिलाफ ही कर रहे हैं आंदोलन

पीएम ने कहा कि जो लोग आज संसद के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं, उनसे कहना चाहता हूं कि आज पाक को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेनकाब करने की जरूरत है। आंदोलन करना ही है तो आपको पाकिस्तान के पिछले 70 सालों के कारनामों के खिलाफ करना चाहिए। उन्होंने कहा कि शरणार्थियों के खिलाफ जुलूस निकाले जा रहे हैं, लेकिन जिस पाकिस्तान ने वहां के अल्पसंख्यकों पर अत्याचार किए उसे लेकर आखिर चुप क्यों हैं।

शरणार्थियों के समर्थन में निकालें जुलूस

उन्होंने कहा कि हमारा यह फर्ज बनता है कि पाकिस्तान से आए शरणार्थियों की मदद करें। पाक से आए हिंदुओं और उनमें भी ज्यादातर दलित लोगों को हम उनके नसीब पर नहीं छोड़ सकते। उन्होंने कहा कि अगर आपको नारे लगाने ही हैं तो पाकिस्तान में जिस तरह अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है, उससे जुड़े नारे लगाइए।अगर आपको जुलूस निकालना ही तो पाकिस्तान से आए हिंदू-दलित-पीड़ित-शोषितों के समर्थन में जुलूस निकालिए।

तीसरा दशक मजूबत नींव से हुआ शुरू

पीएम ने कहा कि मैं भाग्यशाली हूं कि मैं इस पवित्र भूमि से वर्ष 2020 की शुरुआत कर रहा हूं। मेरी कामना है कि श्री सिद्धगंगा मठ की यह पवित्र ऊर्जा हमारे देश के लोगों के जीवन को समृद्ध बनाए। उन्होंने कहा कि भारत ने 21 वीं सदी के तीसरे दशक में नई ऊर्जा और नए जोश के साथ प्रवेश किया है। आपको याद होगा कि पिछले दशक की शुरुआत के समय देश में किस तरह का माहौल था। लेकिन यह तीसरा दशक उम्मीदों और आकांक्षाओं की मजबूत नींव के साथ शुरू हुआ है।

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