प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देशवासियों को तीन महत्वपूर्ण अवसरों – शिक्षकों दिवस, मिलाद-उल-नबी और ओणम–पर शुभकामनाएं दीं। उन्होंने इन अवसरों को समाज में शिक्षा, सद्भाव, सांस्कृतिक एकता और करुणा के मूल्यों को सुदृढ़ करने वाला बताया।
शिक्षकों दिवस पर अपने संदेश में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "सभी को, विशेषकर सभी मेहनती शिक्षकों को, हार्दिक शुभकामनाएं।"
उन्होंने एक्स पर अपने पोस्ट में लिखा, "शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। मन को पोषित करने के प्रति शिक्षकों का समर्पण एक मज़बूत और उज्जवल भविष्य की नींव है। उनकी प्रतिबद्धता और करुणा उल्लेखनीय है। हम एक प्रतिष्ठित विद्वान और शिक्षक, डॉ. एस. राधाकृष्णन के जीवन और विचारों को भी उनकी जयंती पर याद करते हैं।"
प्रधानमंत्री ने शिक्षकों के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि उनका समर्पण और करुणा आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
मिलाद-उन-नबी पर बधाई देते हुए प्रधानमंत्री ने लिखा, “मिलाद-उन-नबी के अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं। यह पावन दिन हमारे समाज में शांति और खुशहाली लेकर आए। करुणा, सेवा और न्याय के मूल्य सदैव हमारा मार्गदर्शन करते रहें।"
ओणम पर अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने लिखा, “सभी को ओणम की हार्दिक शुभकामनाएँ! यह सुंदर त्योहार सभी के लिए नई खुशियाँ, उत्तम स्वास्थ्य और प्रचुर समृद्धि लाए। ओणम केरल की शाश्वत विरासत और समृद्ध परंपराओं का प्रतीक है। यह त्योहार एकता, आशा और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक है। यह अवसर हमारे समाज में सद्भाव की भावना को सुदृढ़ करे और प्रकृति के साथ हमारे जुड़ाव को और गहरा करे, यही कामना है।"
उन्होंने कहा कि यह त्योहार केरल की धरोहर और परंपराओं का दर्पण है तथा यह एकता और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री मोदी के ये संदेश देश में विविधता और उत्सवों की साझी भावना को दर्शाते हैं, जो भारत की सामाजिक और सांस्कृतिक ताकत का हिस्सा है।