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पीएम मोदी बोले, तीन तलाक मसले पर मुस्लिम महिलाओं के साथ खिलवाड़ न किया जाए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी में भाजपा के लिए चुनावी माहौल तैयार करना शुरु कर दिया है। पीएम मोदी ने ‘तीन तलाक' के संवेदनशील मसले पर पहली बार खुलकर बोला है। उन्‍होंने कहा कि सांप्रदायिक आधार पर मुस्लिम महिलाओं के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए। पीएम मोदी नेे कहा कि मीडिया तीन तलाक को राजनीतिक और सांप्रदायिक मुद्दा बनाने के बजाय कुरान के ज्ञाताओं को बैठाकर इस पर सार्थक चर्चा करवाये। पीएम मोदी ने समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को उत्तर प्रदेश की बदहाली का जिम्मेदार बताते हुए कहा कि सूबे को उत्तम प्रदेश बनाना है तो जनता को इन दोनों पार्टियों के जाल से बाहर निकलना होगा।
पीएम मोदी बोले, तीन तलाक मसले पर मुस्लिम महिलाओं के साथ खिलवाड़ न किया जाए

मोदी ने बुंदेलखंड के महोबा में आयोजित ‘परिवर्तन रैली' मेंं कहा कि तीन तलाक के मुद्दे पर देश की कुछ पार्टियां वोट बैंक की भूख में 21वीं सदी में मुस्लिम औरतों से अन्याय करने पर तुली हैं। क्या मुसलमान बहनों को समानता का अधिकार नहीं मिलना चाहिए।

उन्होंने कहा कि मेरी मुसलमान बहनों का क्या गुनाह है। कोई ऐसे ही फोन पर तीन तलाक दे दे और उसकी जिंदगी तबाह हो जाये। क्या मुसलमान बहनों को समानता का अधिकार मिलना चाहिए या नहीं। कुछ मुस्लिम बहनों ने अदालत में अपने हक की लड़ाई लड़ी। उच्चतम न्यायालय ने हमारा रुख पूछा। हमने कहा कि माताओं और बहनों पर अन्याय नहीं होना चाहिए। सांप्रदायिक आधार पर भेदभाव नहीं होना चाहिए।

पीएम मोदी ने कहा कि चुनाव और राजनीति अपनी जगह पर होती है लेकिन देश की मुसलमान औरतों को उनका हक दिलाना संविधान के तहत हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि मैं मीडिया से अनुरोध करना चाहता हूं कि तीन तलाक को लेकर जारी विवाद को सरकार और विपक्ष का मुद्दा ना बनाया जाए। भाजपा और अन्य दलों का मुद्दा ना बनाया जाए, हिंदू और मुसलमान का मुद्दा ना बनाया जाए। 

जो कुरान को जानते हैं, वे टीवी पर आकर चर्चा करें। प्रधानमंत्री ने कहा ‘‘मुसलमानों में भी लोग सुधार चाहते हैं। जो सुधार नहीं चाहते, उनकी चर्चा हो। सरकार ने अपनी बात रख दी है। कोई गर्भ में बच्ची की हत्या कर दे तो उसे सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिये। 

मोदी ने पूरे प्रदेश की बदहाली के लिये सपा और बसपा को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा यूपी ने राजनीति बहुत देखी है। हर प्रकार का खेल देखा है। जिन्हें खेल खेलना था, वो खेल चुके। जिन्हें पाना था, पा लिया। कभी सपा, कभी बसपा। उनकी दुनिया तो चलती रही लेकिन आपकी दुनिया में कोई बदलाव नहीं आया। उत्तर प्रदेश को आने वाले 10 साल में उत्तम से उत्तम प्रदेश बनाने की इच्‍छा है तो सपा-बसपा के चक्कर से बाहर निकलिये।

उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार में बसपा और सपा एक-दूसरे पर भ्रष्‍टाचार के आरोप लगाते रहते हैं लेकिन सत्ता में आने पर उन्होंने दूसरी पार्टी के भ्रष्टाचारियों को जेल नहीं भेजा। ये दोनों पार्टियां एक-दूसरे के लिये जनता को भ्रमित करने खेल खेलकर कुर्सी हथियाती हैं।

प्रधानमंत्राी ने कहा उत्तर प्रदेश ने केन्द्र की पिछली सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ एेसी ताकत दिखायी कि दिल्ली में शत-प्रतिशत बदलाव हो गया। प्रदेश में इस बार भी ज्यादा उलझान का मामला नहीं है। यहां एक तरफ वो लोग हैं जिनको परिवार बचाने की चिंता है, दूसरी तरफ वो लोग हैं जिनको किसी भी प्रकार से गद्दी हासिल करनी है। एक तरफ हम लोग हैं जिन्हें प्रदेश को आगे बढ़ाने और उसे बनाने की चिंता है। निर्णय आपको करना है।उन्होंने नौजवानों से कहा कि आपके पूर्वजों ने किसी ना किसी भावना में आकर सपा और बसपा को सम्भाल कर रखा, लेकिन इन पार्टियों ने उनके लिये कुछ नहीं किया। आपके पूर्वजों को तो भावना के कारण नुकसान उठाना पड़ा लेकिन आप भविष्य की चिंता करना, आपको बदलाव मिलेगा।

मोदी ने कहा कि कुछ मुट्ठी भर माफिया तत्व सत्ता के संरक्षण की वजह से बुंदेलखण्ड के लोगों का हक मारकर इस क्षेत्र की प्राकृतिक सम्पदा पर कब्जा कर लेते हैं। भाजपा अकेली एेसी पार्टी है जो इन माफियाओं के खिलाफ लड़ने के लिये तैयार है। प्रधानमंत्राी ने अच्छी और खराब सरकार के फर्क को दिखाने के लिये बुंदेलखण्ड का उदाहरण देते हुए कहा, अच्‍छी सरकार आने से क्या फर्क होता, यह दिखाने के लिये बुंदेलखण्ड अच्‍छी जगह है। बुंदेलखण्ड का एक हिस्सा मध्य प्रदेश में है तो दूसरा हिस्सा उत्तर प्रदेश में है। उत्तर प्रदेश के हिस्से पर कभी सपा तो कभी बसपा ने राज किया। मध्य प्रदेश वाले बुंदेलखण्ड पर भाजपा ने राज किया। दोनों को केन्द्र ने करीब साढ़े तीन-चार हजार करोड़ रपये दिये। नतीजा यह है कि मध्य प्रदेश वाले बुंदेलखण्ड पर वहां की भाजपा सरकार ने पाई-पाई का उपयोग किया। उत्तर प्रदेश में जो धन दिया गया, उसका कोई पता नहीं।

उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार ने अपने हिस्से वाले बुुंदेलखण्ड में 90 प्रतिशत पानी की जरूरत पूरी कर दी है, जबकि उत्तर प्रदेश में 40 प्रतिशत काम भी नहीं हुआ है। उत्तर प्रदेश के बुंदेलखण्ड में सिंचाई की योजनाओं में से एक भी पूरी नहीं की गयी। मध्य प्रदेश ने पूरी 170 योजनाएं मुकम्मल कर दीं। उत्तर प्रदेश में 30 हजार में से सिर्फ साढ़े तीन हजार कुओं का काम हुआ है। दूसरी तरफ मध्य प्रदेश के बुंदेलखण्ड में 47 हजार कुओं की योजना में से शत-प्रतिशत काम पूरा कर दिया गया। मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने देश को अनेक प्रधानमंत्री दिये हैं, जिनमें वह खुद भी शामिल हैं। वह उत्तर प्रदेश के लिये उन सभी प्रधानमंत्रियों से ज्यादा करना चाहते हैं। प्रदेश की जनता उन्हें एेसी सरकार दे कि वह कर्ज चुका सकें।

आमतौर पर भीषण जल संकट का सामना करने वाले बुंदेलखण्डियों की नब्ज पर हाथ रखते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बुंदेलखण्ड में तो नदियां भी हैं। गुजरात में तो एक नर्मदा और काकी मैया के सिवा कुछ नहीं है। गुजरात में अपने मुख्यमंत्रित्व काल के दौरान उन्होंने एक-एक बूंद वर्षाजल बचाने का संकल्प लिया। सूखे में जीवन गुजारने वाला वह राज्य 15 साल की मेहनत के बाद पानी के संकट से मुक्त हुआ है।

प्रधानमंत्राी ने कहा कि पांच नदियांे वाले बुंदेलखण्ड की सूखी मिट्टी हीरे, मोती और सोना देने की ताकत तो रखती है लेकिन किसान को पेट भरने का अन्न नहीं दे पाती। अगर पानी का प्रबन्ध कर दिया जाये तो यहां का किसान मिट्टी से सोना पैदा कर सकता है। कच् का रेगिस्तान तो बुंदेलखण्ड से भी भयंकर प्राकृतिक संकट वाला इलाका था, आज वह देश का सबसे तेजी से बढ़ने वाला जिला है। बुंदेलखण्ड भी एेसा बनने की ताकत रखता है। भाषा एजेंसी 

 

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