शहर से 40 किलोमीटर दूर अंधावा में एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने सपा-कांग्रेस गठबंधन पर चुटकी ली और 27 साल, उत्तरप्रदेश बेहाल के नारे की याद दिलाई और कहा कि जो लोग राज्य की दुर्दशा के बारे में बात कर रहे थे उन्होंने अंतत: उनके साथ ही हाथ मिला लिया जिन्हें उन्होंने राज्य की मौजूदा हालत के लिए जिम्मेदार ठहराया था।
प्रधानमंत्री ने कहा, मैं उत्तरप्रदेश से संसद का सदस्य हूं लेकिन राज्य की सेवा की मेरी सारी कोशिशों को सपा सरकार ने नकार दिया है।
कुर्मी आबादी के लिहाज से महत्वपूर्ण इस क्षेत्र में मोदी ने अपने सहयोगी अपना दल का दो बार से ज्यादा हवाला दिया और 45 मिनट के अपने संबोधन का समापन यह कहते हुए किया, अगर सरदार पटेल पहले प्रधानमंत्री होते तो देश कुछ अलग होता।
भाजपा को मौका देने के लिए उत्तरप्रदेश के मतदाताओं से अपील करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, पांच साल तक आपकी सेवा के लिए बस हमें एक अवसर दीजिए और अपनी जिंदगी बेहतर बनाईए।
मोदी ने वादा किया कि अगर भाजपा उत्तरप्रदेश में सत्ता में आयी तो कर्ज से लदे किसानों के रिण को नयी राज्य कैबिनेट के पहले फैसले में माफ किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि बेबस नागरिकों को माफ करने के साथ सरकार के भूखंडों पर कब्जा करने वाले जमीन माफियाओं पर रोक लगाने के लिए विशेष कार्यबल बनाया जाएगा।
उन्होंने यह भी वादा किया कि उत्तरप्रदेश में भाजपा सरकार थाने को सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यालयों में बदलने की मौजूदा प्रथा को भी बदलेगी और ईमानदारी के साथ अपना काम करने वाले वर्दी वालों की रक्षा की जाएगी। भाषा