कोबरा पोस्ट द्वारा रणवीर सेना के खुलासे के बाद भाजपा नेता रैली के दौरान कुछ असहज नजर आए। कोबरा पोस्ट ने स्टिंग कर साफ कर दिया कि बिहार भाजपा के बड़े नेताओं ने रणवीर सेना को बचाने का काम किया। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि इस खुलासे के बाद से जनता के बीच यह संदेश चला गया है कि असली जंगलराज का गुनहगार कौन है। क्योंकि नरेंद्र मोदी बार-बार बिहार की सभाओं में कह रहे हैं कि जंगलराज दो नहीं आने देंगे लेकिन जिस तरह से रणवीर सेना को सहयोग करके दलितों पर अत्याचार किया गया उससे माना जा रहा है कि भाजपा इससे पशोपेश में है। इसलिए भाजपा का कोई नेता इस प्रकरण पर कुछ बोलना नहीं चाहता। गौरतलब है कि सोमवार को कोबरा पोस्ट ने एक स्टिंग के जरिए भाजपा के कई बड़े नेताओं के नाम का पर्दाफाश किया है जिन्होने रणवीर सेना को सहयोग किया।
लेकिन मोदी विकास के नाम पर बिहार की जनता को लुभाने में जुटे हैं। मोदी ने आरा में कहा कि आज कौशल विकास की बात हो या फिर महिलाओं के प्रशिक्षण केंद्र की चर्चा हो या बिहार के कोने-कोने में गांव-गांव तक रास्तों का जाल बिछाने का काम हो। आज जिन कामों का शिलान्यास हुआ है वह आने वाले दिनों में बिहार की शक्ल-सूरत बदल देंगे। बिहार के भाग्य को बदल देंगे। मोदी ने लोगों को लुभाने के लिए यह भी कहा कि आज ही सुबह दुबई के दौरे से आया हूं। लेकिन इसके बावजूद मुझे आप लोगों की चिंता है इसलिए आपने पुकारा और हम चले आए।
मोदी ने बिहार के नए राज्यपाल रामनाथ कोविद की भी कार्यक्रम में सराहना की। मोदी ने कहा कि राज्यपाल बनने के बाद पटना के बाहर उनका पहला सार्वजनिक कार्यक्रम हो रहा है। कोविद जीवन भर दलित, पीड़ित, शोषित, उपेक्षित वर्ग के लिए काम करते रहे। मोदी ने कोविद की तारीफ कर दलित, पिछड़े वर्ग को लुभाने की पुरजोर कोशिश भी की। गौरतलब है कि रामनाथ कोविद को राज्यपाल बनाए जाने से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नाराज थे।