सूत्राें ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने आज कांग्रेस के नेताओं को अपने रेस कोर्स रोड स्थित आवास पर शाम 7 बजे आमंत्रित किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विपक्ष की अनदेखी का आरोप लगाते आ रहे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि जनता के दबाव में पीएम मोदी ने सोनिया, मनमोहन को न्यौता दिया न्यौता है। जीएसटी पर कांग्रेस को कुछ आपत्तियां है लेकिन हम इस बिल को पास कराना चाहते हैं।
चाय पर होने वाली इस चर्चा को इस लिहाज से अहम माना जा रहा है क्योंकि सरकार और कांग्रेस के बीच तनातनी होने के कारण वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) विधेयक जैसे महत्वपूर्ण कानून पारित नहीं हो पा रहे हैं। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कल कहा था कि प्रधानमंत्री महत्वपूर्ण अप्रत्यक्ष कर कानून को पारित करवाने के लिए किसी से भी बात करने के लिए तैयार हैं।
योजना के मुताबिक, आगामी एक अप्रैल से अप्रत्यक्ष कर की नई प्रणाली को लागू करने के लिए जरूरी होगा कि जीएसटी विधेयक शीतकालीन सत्र में पारित हो जाए। जेटली ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर लगभग सभी कांग्रेसी नेताओं से बात की है। प्रधानमंत्री स्तर पर भी कोई हिचकिचाहट नहीं है। वह हर किसी से बात करने के लिए तैयार हैं।
कांग्रेस ने संसद के पिछले सत्र में जीएसटी संविधान संशोधन विधेयक को पारित होने से रोक दिया था। उसकी मांग थी कि राजस्व-निरपेक्ष दर के 18 प्रतिशत से ज्यादा न होने की बात का जिक्र इसमें किया जाए। कांग्रेस वस्तुओं की आपूर्ति पर जीएसटी दर से ऊपर एक प्रतिशत तक का अतिरिक्त कर लगाने का अधिकार राज्यों को दिए जाने के भी खिलाफ है।