कांग्रेस ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कड़ा हमला किया है। पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि मोदी की दिशाहीन और अस्थिर विदेश तथा रक्षा नीति के कारण ही आतंकवाद और सीजफायर उल्लंघन के मामलों में कई गुणा वृद्धि हुई है।
राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर प्रधानमंत्री को निशाने पर लेते हुए सिंघवी ने मोदी से उन्हीं सवालों का जवाब मांगा जो उन्होंने 2014 के चुनावों को दौरान में संप्रग सरकार से मांगे थे। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश की सुरक्षा के साथ रोज समझौता किया जा रहा है और सरकार चुप बैठी है।
अपने आरोपों के समर्थन में आकंड़ा पेश करते हुए काग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि वर्तमान सरकार के 44 महीने के शासन के दौरान 286 जवान शहीद हुए हैं और 138 नागरिक मारे गए हैं। राजग सरकार के दौरान इतने समय में 115 जवान शहीद हुए थे जबकि 72 नागरिकों की मौत हुई थी। इसी तरह राजग सरकार के 44 महीने की कार्यकाल में पाकिस्तान ने 2,555 बार सीजफायर तोड़ा है जबकि संप्रग के समय इसकी संख्या मात्र 543 थी। यानी सीजफायर उल्लंघन के मामलों में पांच गुणा वृद्धि हुई है।
सिंघवी ने कहा यह सरकार के चरम पाखंड, चरम दोमुंहापन और दोहरी बोली को दिखाता है। उन्होंने कहा कि क्या भाजपा हर बार पड़ोसी देश पर उंगली उठाकर बच सकती है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, “सरकार, प्रधानमंत्री और पार्टी अध्यक्ष कृपया पांच सवालों के जवाब दें। इनका जवाब हमें राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ा कर न दें।”
मोदी ने 2014 के आम चुनाव से पहले तत्कालीन संप्रग सरकार से पांच सवाल किए थे। आतंकवादियों के पास बारूद-शस्त्र कहां से आते हैं? उनके पास धन कहां से आता है? विदेशी घुसपैठी देश में कैसे आ जाते हैं? आतंकवादियों के संचार पर रोक क्यों नहीं लगा पा रही? विदेशों में बैठे आतंकवादियों का प्रत्यर्पण क्यों नहीं हो पा रहा?
सिंघवी ने कहा कि आज सत्तारूढ़ पार्टी या प्रधानमंत्री इन पांच सवालों में से एक का भी जवाब नहीं दे रहे हैं। 56 इंच का सीना केवल बात करने और कागजों के लिए हे। मोदी सरकार की दिशाहीन नीति ने सीमा पर चिंता की स्थिति पैदा कर दी है।