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भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पेश हुआ विजन 2022, न्यू इंडिया और गरीबी मुक्त भारत पर जोर

भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का आज दूसरा दिन है। रविवार की बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री...
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पेश हुआ विजन 2022, न्यू इंडिया और गरीबी मुक्त भारत पर जोर

भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का आज दूसरा दिन है। रविवार की बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने ‘विजन 2022’ को लेकर राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया जिसमें कहा गया है कि 2022 तक देश से जातिवाद, संप्रदायवाद, आतंकवाद और नक्सलवाद खत्म होगा।

‘विजन 2022

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात की जानकारी दी। प्रस्ताव के मुताबिक, केंद्र सरकार भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है और इसकी वजह से उन्हें देश छोड़कर भागना पड़ रहा है। इसमें ‘न्यू इंडिया’ और गरीबी मुक्त भारत की बात कही गई है, जिसमें हर शख्स को घर देने का लक्ष्य रखा गया है।

विपक्ष के पास कोई एजेंडा नहीं

प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि विपक्ष के पास कोई एजेंडा और नीति नहीं है। उनका सिर्फ ‘मोदी रोको अभियान’ पर जोर है। देश की जनता उन्हें अच्छे से जानती है। हम 2019 में भारी बहुमत के साथ जीतेंगे।

एनआरसी पर हुई चर्चा

भाजपा के प्रस्ताव के मुताबिक, कार्यकारिणी में एनआरसी के मुद्दे पर भी चर्चा हुई जिसमें कहा गया कि घुसपैठियों के लिए देश में कोई जगह नहीं है। अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान के सिख, बौद्ध, क्रिश्चियन, हिंदू शरणार्थी अगर देश में आते हैं तो उनकी मदद की जाएगी।

विपक्ष के पास मोदी जैसा नेता नहीं

बैठक में कहा गया कि 2014 से भाजपा ने 15 राज्यों में चुनाव जीते हैं और 20 राज्य में सरकार में है। विपक्ष 10 राज्यों में है और कांग्रेस सिर्फ 3 राज्यो में सिमट के राह गई है। इसलिए सत्ता पाने के लिए विपक्ष परेशान है और महागठबंधन जैसा विकल्प ढूंढ रहा है। विपक्ष के पास मोदी जैसा कोई नेता नहीं।

आर्थिक प्रस्तावों पर चर्चा

बैठक में कहा गया कि चार साल पहले एक कमजोर अपारदर्शी और पूरी तरह पूंजीवादी अर्थव्यवस्था विरासत में मिली थी। हमारी सरकार ने इसमें मूलभूत सुधार किए और कड़े कदम उठाए। नोटबंदी, जीएसटी ने अर्थव्यवस्था में अभूतपूर्व सुधार किए हैं। पार्टी का कहना है कि थोड़ी सी परेशानियों के बाद अर्थव्यवस्था अब तेजी से बढ़ रही है। जीडीपी में बढ़ोतरी इसका उदाहरण है।

शनिवार को शुरू हुई थी बैठक

शनिवार से भाजपा की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक शुरू हुई थी। पहले दिन पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने बैठक को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव आसानी से जीतने का फॉर्मूला बताया।

'महागठबंधन ढकोसला, भ्रांति और झूठ'

पहले दिन अमित शाह ने महागठबंधन को ढकोसला, भ्रांति और झूठ बताया। जो पार्टियां महागठबंधन में हैं, उन्हें भाजपा ने 2014 के बाद भी हराया है। शाह ने कहा कि हम इस तरह से एनआरसी को लागू करेंगे कि एक भी घुसपैठिया भारत में नहीं आ पाएगा

'हम मेकिंग इंडिया में लगे हैं, कांग्रेस ब्रेकिंग इंडिया में'

'अर्बन नक्सल' के मुद्दे पर भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस इस पर वोट बैंक की राजनीति कर रही है। शाह ने महाराष्ट्र सरकार और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की तारीफ की। उन्होंने कहा कि हम 'मेकिंग इंडिया' में लगे हैं और कांग्रेस 'ब्रेकिंग इंडिया' में।

'19 राज्यों में हम आसानी से जीतेंगे'

शाह ने कहा कि 19 राज्यों में जहां हमारी सरकार है वहां हम आसानी से जीतेंगे। पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना जैसे राज्यों में हम दूसरे स्थान पर हैं। इन राज्यों में सत्ता विरोधी लहर का फायदा दूसरे स्थान की पार्टी को मिलेगा।

'राज्य सभा में पास कराना है तीन तलाक बिल'

तीन तलाक पर अमित शाह ने कहा कि कई इस्लामिक देशों में इसे हटा दिया गया है और वहां यह मुद्दा नहीं है। लेकिन यहां राज्य सभा में कांग्रेस के रवैये की वजह से बिल लटका हुआ है। हमें इसे पास कराना है।

'एससी-एसटी एक्ट का लोकसभा चुनाव में नहीं पड़ेगा कोई असर'

शनिवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की पार्टी के पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई, जिसमें विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई।

एससी-एसटी एक्ट को लेकर हो रहे राजनीतिक उबाल पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि इस मुद्दे का 2019 के लोकसभा चुनाव में कोई असर नहीं पड़ेगा। एससी-एसटी के मुद्दे को लेकर भ्रम पैदा करने की कोशिश की गई, इसका डटकर मुकाबला किया जाएगा।

अमित शाह ने कहा कि हमें उन तीस करोड़ लोगों तक पहुंचना है जो मोदी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थी हैं। ऐसे लाभार्थियों का डाटा एकत्रित किया गया है और इनसे संपर्क करने के लिए कॉल सेंटर खोले जा रहे हैं। अमित शाह ने कहा कि हमें उन तीस करोड़ लोगों तक पहुंचना है जो मोदी सरकार के गरीब कल्याण योजनाओं के लाभार्थी हैं।

लोकसभा चुनाव तक पार्टी अध्यक्ष रहेंगे अमित शाह

बैठक में तय किया गया कि अमित शाह को अध्यक्ष के तौर पर एक साल का और कार्यकाल दिया जाएगा। जनवरी 2019 में अमित शाह का कार्यकाल खत्म होना था। एक साल के बाद ही संगठन चुनाव होंगे।

राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वरिष्ठ बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, वित्तमंत्री अरुण जेटली, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज समेत भाजपा के अन्य दिग्गज नेता शामिल रहे।

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