सूत्रों के अनुसार इन लोगों ने अंबेडकर जंयती से एक दिन पहले 13 अप्रैल को राज्य स्तरीय सम्मेलन बुलाया है। इस मंच को प्रदेश में बसपा के विकल्प के तौर पर पेश किए जाने की तैयारी चल रही है।
मीडिया के अनुसार बसपा सरकार के दौरान नेता रहे कमलाकांत और मायावती के ओएसडी रह चुके गंगाराम अंबेडकर इस सम्मेलन की अगुवाई करेंगे। इस दिन वे ‘मिशन सुरक्षा परिषद’ के नाम से एक समूह भी बनाएंगे। विधानसभा चुनाव में हार के बाद इन दोनों नेताओं ने पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया था।
आगामी कार्यक्रम की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि वे कांशीराम के बहुजन मिशन को आगे बढ़ाना चाहते हैं। जिसके लिए उन्होंने सभी बसपा समर्थकों को आगे आने का निवेदन भी किया। नेताओं ने मायावती पर आरोप लगाते हुए कहा कि लगातार हार के बाद भी उनको पार्टी और कार्यकर्ताओं की परवाह नहीं रही।
नेताओं का कहना है कि वह दलितों, अति पिछड़ों और दूसरे कमजोर तबकों के लिए नया कैडर बनाएंगे।
इधर दिल्ली में मायावती के एक सहयोगी ने कहा, ‘पार्टी नेतृत्व इस पर गहराई से नजर रखे हुए है। बहनजी पार्टी नेताओं से मुलाकात कर रहीं है और बहुत जल्द ही इसका हल निकाल लिया जाएगा।’