राजधानी दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में राव आईएएस स्टडी सेंटर में शनिवार रात एक बड़ा हादसा हो गया। स्टडी सेंटर के बेसमेंट में बनी लाइब्रेरी में अचानक पानी घुस गया, जिसकी वजह से तीन छात्रों की मौत हो गई। इस लापरवाही को लेकर जहां छात्रों ने मोर्चा खोल दिया है, विरोधप्रदर्शन कर रहे हैं तो वहीं हादसे के लिए कौन जिम्मेदार है। इस पर दिल्ली में राजनीति शुरू हो गई है। आम आदमी पार्टी और भाजपा दोनों एक दूसरे पर आरोपी लगा रही हैं।
राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने कहा कि अभी राजेंद्र नगर में यूपीएससी के छात्रों से मुलाकात की। सबने बहुत अच्छे से मुझसे बात की और अपनी जायज पीड़ा बताई। उनके मन में बहुत गुस्सा है कि अभी तक दिल्ली सरकार के मंत्री और मेयर उनसे मिलने नहीं आये। इनका ग़ुस्सा बिलकुल जायज है क्योंकि ये आपदा नहीं मर्डर है। बेशर्मी देखिए अभी भी जवाबदेही की जगह, विधायक और पार्षद कुछ वॉलंटियर्स को छात्रों के बीच में भेज कर मेरे खिलाफ़ नारे लगवाने में दिमाग चला रहे हैं। ये इसलिए क्योंकि मैं मांग कर रही हूं कि इनके खिलाफ भी एफआईआर होनी चाहिए। तुरंत मंत्री और मेयर को अपने आलीशान घर और एसी कमरों से निकल के इन बच्चों से आके माफी मांगनी चाहिए। परिवारों को एक-एक करोड़ की सहयोग राशि देनी चाहिये। मैं संसद में छात्रों के इंसाफ की आवाज जरूर उठाऊंगी।
प्रदर्शनकारी छात्रों से एडिशनल डीसीपी सचिन शर्मा ने कहा, "तीन लोगों की मौत हुई है। हम कुछ भी क्यों छिपाएंगे? हम आपको आश्वासन देते हैं कि कानूनी तौर पर जो भी संभव होगा हम करेंगे। जांच जारी है..."।
ओल्ड राजेंद्र नगर घटना पर दिल्ली पुलिस ने ट्वीट किया, "खोज और बचाव अभियान के समापन पर 3 शव बरामद किए गए। उनके परिजनों को सूचित कर दिया गया है। मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है।"
एक यूपीएससी अभ्यर्थी ने कहा, "हमारी मांग है कि इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। यहां बेसमेंट में खुली ये सभी चीजें अवैध रूप से संचालित की जा रही हैं और सुरक्षा के भी कोई उपाय नहीं हैं इसलिए इन सभी चीजों को रोका जाना चाहिए और कार्रवाई की जानी चाहिए.."।
दिल्ली की मंत्री आतिशी ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि दिल्ली की मेयर और स्थानीय विधायक भी वहां हैं। मैं हर मिनट घटना की खबर ले रही हूं। ये घटना कैसे घटी, इसकी मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं। इस घटना के लिए जो भी जिम्मेदार है, उसको बक्शा नहीं जाएगा। आतिशी ने मुख्य सचिव को घटना पर जांच शुरू करने और 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।
नई दिल्ली की संसद बांसुरी स्वराज के अलावा दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय, विधायक दुर्गेश पाठक और भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा घटनास्थल पर पहुंचे हैं। वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि वहां जो हुआ वह त्रासदी नहीं बल्कि हत्या है। बेसमेंट में लाइब्रेरी कैसे चल रही थी? पहले जो जांच बैठाई गई थी उसका क्या हुआ?। भाजपा का कहना है कि यह साफ तौर पर नालों की सफाई न होने के कारण हुई दुर्घटना है और नाले का पानी कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बहुत तेजी घुसा। इस दुर्घटना के लिए दिल्ली सरकार की आपराधिक लापरवाही जिम्मेदार है। जल बोर्ड मंत्री आतिशी और स्थानीय विधायक दुर्गेश पाठक को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और इस्तीफा देना चाहिए।
नई दिल्ली सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा, 'यह बच्चे यहां अपना भविष्य सवांरने आए थे लेकिन दिल्ली की सरकार ने स्थानीय लोगों की एक नहीं सुनी। यहां के विधायक दुर्गेश पाठक से कहा जा रहा था कि वे नाले की सफाई करवाएं लेकिन इसे नहीं करवाया गया। बेसमेंट में पूरा पानी भर चुका है और अंदर के फर्नीचर तैर रहे हैं। इस मृत्यु की जिम्मेदार केजरीवाल सरकार है।
हादसे के लिए भाजपा दिल्ली सरकार को जिम्मेदार ठहरा रही है। भाजपा का कहना है कि यह साफ तौर पर नालों की सफाई न होने के कारण हुई दुर्घटना है और नाले का पानी कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बहुत तेजी घुसा। इस दुर्घटना के लिए दिल्ली सरकार की आपराधिक लापरवाही जिम्मेदार है। जल बोर्ड मंत्री आतिशी और स्थानीय विधायक दुर्गेश पाठक को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और इस्तीफा देना चाहिए।
घटनास्थल पर पहुंचीं मेयर शैली ओबराय ने बताया कि एमसीडी की गलती मिलने पर दोषी अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। नाला या फिर पाइप लाइन फटने के कारण स्टडी सेंटर में पानी भरने की आशंका है। फिर भी इस मामले में एमसीडी की गलती मिलने पर अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं, उन्होंने भाजपा नेताओं की ओर से घटना के संबंध में दिल्ली सरकार को कठघरे में खड़ा करने पर कहा कि यह आरोप लगाने व राजनीति करने का समय नहीं है।
दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने कहा कि इस घटना की जानकारी मिलते ही विधायक दुर्गेश पाठक और मैं तुरंत यहां आए। हमने सुना है कि अचानक नाला या सीवर फट गया और बेसमेंट में पानी भर गया। जांच और बचाव कार्य चल रहा है। कुछ समय में सब कुछ साफ हो जाएगा। एमसीडी या कोई अन्य विभाग जो भी जिम्मेदार होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। यह आरोप लगाने का समय नहीं है। हमें राजनीति से ऊपर उठकर कार्रवाई करनी चाहिए। नगर निगम भी हादसे की जांच करेगी। स्टडी सेंटर करोल बाग जोन में आता है। जांच के दौरान यह देखा जाएगा कि भवन बनाने के दौरान सभी अनुमति ली गईं हैं या नहीं। फिलहाल, करोल बाग जोन के अधिकारी इसकी जांच कर रहे हैं। जांच के बाद ही पता चलोगा कि भवन बनाने के दौरान बेसमेंट की अनुमति थी या नहीं। इसके अलावा यह भी देखा जाएगा की बेसमेंट में पुस्तकालय चलाने के लिए उपयुक्त सुरक्षा व्यवस्था थी या नहीं।
'आप' विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि यह लो-लाइन एरिया है। इस लाइन से पानी बहता है। नाला या सीवर टूट गया है और पानी बेसमेंट में भर गया है। टीमें अपना काम कर रही हैं। भाजपा को भी जवाब देना चाहिए कि उन्होंने क्या किया। पिछले 15 सालों से वे पार्षद हैं, फिर भी नाला क्यों नहीं बनवाया। एक साल में सारे नाले नहीं बन सकते। राजनीति की कोई जरूरत नहीं है, अभी महत्वपूर्ण बच्चों की जान है।'