प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरात दौरे का आज (मंगलवार) दूसरा दिन है। पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार सुबह गांधीनगर जिले में स्थित श्री अन्नापूर्ण धाम में पूजा अर्चना की। उन्होंने अहमदाबाद में प्रधानमंत्री श्रम योगी पेंशन योजना लॉन्च की। उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘वो मोदी को हटाने के लिए महामिलावट करने में जुटे हैं और मोदी किसानों कामगारों के हितों को सुरक्षित करने में लगा है। वो मोदी पर स्ट्राइक करने में लगे हैं और ये मोदी आतंक पर स्ट्राइक करने में जुटा है।
उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले जिस दल की सरकार थी। जिसने दशकों तक देश पर शासन किया। वो जब गरीबी को एक मानसिक अवस्था समझे, तो आप समझ सकते हैं कि पहले आपकी चिंता क्यों नहीं की गई। भारत में गरीबी मानसिक अवस्था नहीं है, बल्कि ऐसी सोच वालों की गलत मानसिकता और गलत नीतियों का परिणाम है।
‘सभी कामगार साथियों को बधाई’
उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन योजना यानी PMSYM आप सभी के लिए, देश के लगभग 42 करोड़ श्रमिकों, कामगारों की सेवा में समर्पित है। देश भर के सभी कामगार साथी जो घरों में सेवक के रूप में काम कर रहे हैं। कबाड़ से आजीविका कमाते हैं, कपड़े धोने के काम करते हैं, खेत मजदूरी कर रहे हैं, सड़कों-घरों के निर्माण में जुटे हैं, रेहड़ी-ठेले चलाते हैं, बुनकर हैं, ऐसे कामों से जुड़े सभी कामगार साथियों को बहुत बधाई। यही पीड़ा मन-मस्तिष्क में थी, जिसने प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन योजना के लिए हमारी सरकार को प्रेरित किया। आज़ादी के बाद के इतिहास की ये पहली योजना है जिसने समाज के उस वर्ग को छुआ है, जिसके बारे में कभी सोचा ही नहीं गया, जिनको अपने ही भाग्य पर छोड़ दिया गया।
मोदी ने कहा कि मैंने स्वयं अनुभव किया है कि आप सभी को किन परिस्थितियों से गुजरना पड़ता है। मुझे ऐहसास है कि देश के करोड़ों गरीबों के मन में ये सवाल रहता था कि जब तक हाथ-पैर चलते हैं, तब तक तो काम भी मिल पाएगा, थोड़ा बहुत पैसा भी मिलेगा, लेकिन जब शरीर कमजोर हो जाएगा तब क्या होगा?
पेंशन योजना की धनराशि खातों में ट्रांसफर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना का शुभारंभ कर 11,51,000 लाभार्थियों तक 13,58,31,918 रुपये की धनराशि सीधे पेंशन खातों में ट्रांसफर की।
इस योजना का इन्हें मिलेगा लाभ
असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए यह एक महत्वाकांक्षी पेंशन योजना है। इस योजना का लाभ वैसे असंगठित कर्मकार जिसकी मासिक आय 15,000 रुपये से अधिक नहीं है और उम्र 18 से 40 वर्ष तक है उसे मिल सकेगा। इस पेंशन योजना का लाभ लेने के लिए श्रमिक को मासिक अंशदान के रूप में 55 रुपये से लेकर 200 रुपये तक मासिक किस्त जमा करनी होगी। नियमित अंशदान करने एवं 60 वर्ष की आयु पूरी होने के बाद 3000 रुपये की मासिक पेंशन मिलेगी।
पेंशन प्राप्त करने के दौरान मृत्यु होने पर उनके आश्रित परिवार पत्नी/पति को पेंशन का 50 फीसदी राशि प्रतिमाह मिल सकेगी।
गुजरात में 1.75 लाख रजिस्ट्रेशन
बताया यजा रहा है कि 15 फरवरी से इस स्कीम के लिए रजिस्ट्रेशन लागू किए जाने के बाद से गुजरात में अभी तक इस स्कीम के तहत 1.75 श्रमिकों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। अगर पूरे देश की बात की जाए तो 5.56 लाख श्रमिक इस पेंशन स्कीम तहत आवेदन कर चुके हैं।
15 हजार से कम इनकम वाले ही ले सकेंगे लाभ
सरकार की तरफ से असंगठित क्षेत्र के 10 करोड़ कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद न्यूनतम पेंशन की गारंटी दी जाएगी। सरकार की तरफ से शुरू की गई इस योजना का फायदा ऐसे मजदूरों को मिलेगा जिनकी मासिक आमदनी 15 हजार रुपये से कम है। सरकार के इस कदम का फायदा घरों में काम करने वाली मेड, ड्राइवरों, प्लबंर, बिजली का काम करने वाले कामगारों को मिल सकता है यानी ऐसे लोग जो मासिक आधार पर 15 हजार से कम कमा पाते हैं, उनको इस दायरे में लाया जाएगा।
बजट पेश करते हुए सरकार ने की थी इस योजना की घोषणा
1 फरवरी को केंद्र सरकार ने बजट पेश करते हुए प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन योजना की घोषणा की थी। इस योजना के तहत असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले श्रमिकों को 3000 रुपये मासिक पेंशन देने का प्रावधान है। इस योजना का लाभ लेने वाले उम्मीदवार को प्रीमियम देना होगा।
इस योजना के लिए जानें कितना देना होगा प्रीमियम
अगर कोई श्रमिक 18 वर्ष की आयु में इस योजना का हिस्सा बनता है तो उसे 55 रुपये प्रीमियम देना होगा। 29 वर्ष की आयु वाले को 100 रुपये प्रीमियम अदा करना होगा। इस तरह PMSYM का लाभ लेने के लिए श्रमिक को 55 रुपये से 200 रुपये मासिक तक का प्रीमियम देना होगा। इस योजना से 10 करोड़ लोगों को फायदा होगा और स्वघोषणा के आधार पर लाभार्थियों की सूची तय की जाएगी।