प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। यह बैठक भारत की सशस्त्र सेनाओं द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू कश्मीर में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमलों के कुछ घंटे बाद हुई।
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति मुर्मू को 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत की गई सैन्य कार्रवाई की विस्तृत जानकारी दी।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के अंतर्गत बुधवार तड़के भारतीय सेना ने पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के मुख्यालयों और प्रशिक्षण केंद्रों समेत कुल नौ ठिकानों को निशाना बनाया। यह वह स्थान थे जहां से भारत पर आतंकी हमलों की योजना बनाई जाती थी और उन्हें अंजाम दिया जाता था।
यह सैन्य कार्रवाई पहलगाम आतंकी हमले के दो सप्ताह बाद की गई। पहलगाम आतंकी हमले में 26 नागरिकों की मौत हुई थी। जिनमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल था।
इस ऑपरेशन को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में अंजाम दिया गया, जिसमें 25 भारतीय नागरिकों और एक नेपाली नागरिक की मौत हुई थी। भारत सरकार ने इसे एक सीमित और नियंत्रित कार्रवाई बताया है।
हालांकि, कुछ अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स जैसे रॉयटर्स ने बताया है कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के मुज़फ़्फराबाद में एक मस्जिद और मदरसे पर भी हमला हुआ है। यह इलाका शवाई नाला कैंप के पास स्थित है, जो लश्कर-ए-तैयबा का प्रमुख प्रशिक्षण केंद्र माना जाता है।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा है कि पहलगाम हमले की जिम्मेदारी लेने वाला 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' दरअसल लश्कर-ए-तैयबा का ही एक छद्म संगठन है, और इस बात के सबूत मिले हैं कि हमले में शामिल आतंकियों का पाकिस्तान से सीधा संपर्क था।