नई दिल्ली, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड योजना में भाजपा का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार सामने आया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि वह अकेले भ्रष्टाचार से लड़ रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी भ्रष्टाचार से नहीं लड़ रहे, बल्कि वह विपक्षी नेताओं का मुंह बंद करना चाहते हैं।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी रविवार को राजस्थान की जालौर लोकसभा सीट से पार्टी उम्मीदवार वैभव गहलोत के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रही थीं। प्रियंका गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भ्रष्टाचार को लेकर बातें खोखली हैं। इलेक्टोरल बॉन्ड योजना के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भ्रष्ट लोगों से चंदा लिया। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद पता चला कि मोदी सरकार द्वारा कंपनियों को ठेका दिया गया और भाजपा ने उन्हीं कंपनियों से चंदा लिया। कंपनियों पर जांच एजेंसियों ने कार्रवाई की, फिर उन्हीं कंपनियों से भाजपा ने चंदा लिया। इससे बड़ा भ्रष्टाचार कोई नहीं हो सकता है।
जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस महासचिव ने कहा कि आज दो मुख्यमंत्रियों को भ्रष्टाचार के बहाने जेल में डाल दिया गया है, ऐसा देश के इतिहास में पहली बार हुआ है। विपक्षी नेताओं पर ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग का दबाव डाला जा रहा है। जब वही विपक्षी नेता भाजपा में शामिल हो जाते हैं तो अचानक भ्रष्टाचार की बात बंद हो जाती हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिन नेताओं पर हजारों करोड़ के घोटाले के आरोप लगाते हैं, उन नेताओं के भाजपा में जाने के बाद भ्रष्टाचार का मामला बंद हो जाता है।
प्रियंका गांधी ने महंगाई और बेरोजगारी को देश की सबसे बड़ी समस्या बताया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के शासन में पिछले दस वर्षों में महंगाई और बेरोजगारी बढ़ी है। आज हर चीज पर जीएसटी लगा दी गई है। खेती से कमाई नहीं हो रही है। कांग्रेस की सरकार ने करोड़ों लोगों को गरीबी से निकाला, लेकिन भाजपा की सरकार ने करोड़ों लोगों को गरीबी में धकेलने का काम किया है।
प्रधानमंत्री मोदी पर जनता का ध्यान भटकाने का आरोप लगाते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि मोदी जी आजकल बहकी-बहकी बातें कर रहे हैं। वह कभी झूठी वीरता दिखाते हैं, कभी गटर से गैस बनाते हैं। कभी रडार से मिसाइल को बचाने में बादल का रोल बताते हैं। आखिर इन बातों से जनता की जरूरतों का क्या मतलब है। मोदी असल में जनता से दूर हो चुके हैं। इसलिए वह आम आदमी की समस्या पर बात नहीं कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी पर सिर्फ चुनिंदा उद्योगपतियों के लिए काम करने का आरोप लगाते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीयत ठीक नहीं है। मोदी की नीतियां बड़े-बड़े उद्योगपतियों के लिए हैं। देश की संपत्ति उद्योगपतियों को सौंपी जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अरबपतियों का कर्ज माफ कर दिया, जबकि किसानों का कर्ज माफ नहीं किया गया। रोजगार देने की बजाय मोदी सरकार अग्निवीर जैसी योजना लेकर आ गई। इस योजना ने युवाओं की उम्मीदों को चूर-चूर कर दिया। उन्होंने वादा किया कि कांग्रेस की सरकार आने पर अग्निवीर योजना तुरंत रद्द की जाएगी।
कांग्रेस के घोषणा पत्र में किए गए वादे गिनाते हुए कांग्रेस महासचिव ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर केंद्र में खाली पड़ी 30 लाख सरकारी नौकरियां भरी जाएंगी। पेपर लीक रोकने के लिए कानून बनाया जाएगा। गिग श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा दी जाएगी। गरीब परिवार की एक महिला को सालाना एक लाख रूपये की मदद दी जाएगी। केंद्र सरकार की नई नौकरियों में 50 प्रतिशत महिला आरक्षण दिया जाएगा। किसानों की कर्ज माफी और एमएसपी की कानूनी गारंटी दी जाएगी। फसल नुकसान पर 30 दिन के अंदर सीधे खाते में पैसा ट्रांसफर होगा। किसानी के लिए जरूरी हर चीज से जीएसटी हटेगी। इसके अलावा भी उन्होंने घोषणा पत्र के कई वादे गिनाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राज्यों के विधानसभा चुनावों में जनता से जो वादे किए थे, वह पूरे करके दिखाए हैं। भाषण के आखिर में प्रियंका गांधी ने जनता से कांग्रेस उम्मीदवार वैभव गहलोत को भारी मतों से जिताने का आह्वान किया। इस दौरान राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा समेत अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।