उत्तर प्रदेश के पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की भारी मांग पर प्रियंका गांधी राज्य में पार्टी के प्रचार में पूरे दमखम के साथ उतरने के लिए तैयार हो गई हैं। यूपी के पार्टी प्रभारी और वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने अध्यक्ष सोनिया गांधी से विस्तृत चर्चा के बाद प्रियंका गांधी से मिलकर राज्य में चुनाव की रणनीति पर बात की है। प्रचार अभियान के दौरान कई सभाओं में प्रियंका और राहुल एक साथ रहेंगे। जबकि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी कुछ चुनिंदा इलाकों में सभाओं को संबोधित करेंगी। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार लगभग 400 विधानसभा सीटों के हिसाब से हर दो सीट पर प्रियंका की एक सभा की योजना बन रही है। यह कार्यक्रम यूपी के कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से विचार विमर्श के आधार पर बन रहा है। उनका मानना है कि जनता भी प्रियंका में इंदिरा गांधी की झलक देखती है।
चुनाव को ध्यान में रखकर भाजपा द्वारा रॉबर्ट वाड्रा को निशाना बनाए जाने के मुद्दे पर प्रदेश के नेताओं का कहना है कि इस साजिश से प्रियंका पर कोई असर नहीं हो सकता है, यूपी में मायावती और मुलायम परिवार पर तो सीधे कई गंभीर आरोप रहे हैं। बिहार में तो लालू यादव पर स्वयं आरोप थे लेकिन उनकी पार्टी को चुनावों में भारी सफलता मिली है। कांग्रेस पार्टी यूपी को 1980 के लोकसभा चुनाव की तरह लड़ना चाहती है। भाजपा के सांप्रदायिक और जातीय फार्मूलों से निपटने के लिए भी पार्टी तैयारी कर रही है। सूत्रों के अनुसार प्रशांत किशोर से कागजी रिपोर्ट लेने के अलावा अधिक महत्व नहीं दिया जाएगा क्योंकि प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर भी किशोर के काम और रवैये पर नाराजगी ज्यादा है।