दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की भूमिका बढ़ सकती है। उन्होंने चुनावों को लेकर दिल्ली कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठक की और उनसे जनता से जुड़े मुद्दे उठाने और अभियान चलाने का आह्वान किया।
पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी ने बैठक की अध्यक्षता की जिसमें पार्टी कोषाध्यक्ष अहमद पटेल, महासचिव के.सी. वेणुगोपाल और दिल्ली के प्रभारी महासचिव पी.सी. चाको भी मौजूद थे। इसके अलावा नवनियुक्त दिल्ली इकाई के प्रमुख सुभाष चोपड़ा और उनकी टीम भी थी। एक कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रियंका ने चुनाव की तैयारियों का जायजा लिया और दिल्ली कांग्रेस के नेताओं को सार्वजनिक संपर्क कार्यक्रम शुरू करने का निर्देश दिया।
पार्टी के कार्यों को घर-घर पहुंचाएं
प्रियंका ने दिल्ली कांग्रेस के नेताओं से कहा कि वे प्याज की बढ़ती कीमतों सहित मूल्य वृद्धि के मुद्दे को उठाएं। उन्होंने बढ़ते प्रदूषण के बढ़ते स्तर को लेकर चिंता जताते हुए उन्होंने दिल्ली के सभी नेता और पदाधिकारियों से कहा कि जनसंपर्क और सोशल मीडिया के जरिये पार्टी के कार्यो को घर-घर तक पहुंचाने का अभियान शुरू कीजिए। इस समय प्रदूषण शहर का सबसे बड़ा मुद्दा है, इसको भी जनता से जोड़िए। जनता के बीच जाइए, धरने-प्रदर्शन कीजिए।
प्रियंका की मौजूदा भूमिका अहम
दिल्ली में आगामी कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। एसे में प्रियंका की बढ़ाई गई भूमिका अहम मानी जा रही है क्योंकि उनके भाई राहुल गांधी इस समय सीन से बाहर हैं और पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष मां सोनिया गांधी इस समय स्वस्थ्य नहीं है। सूत्र बताते हैं कि प्रियंका पार्टी में कई आंतरिक बैठकों का हिस्सा रही हैं क्योंकि राहुल गांधी पार्टी की सक्रिय भूमिका से दूर हैं।
प्रियंका के निर्देश पर ही युवा कांग्रेस ने बुधवार से एक अभियान की शुरुआत की है। भारतीय युवा कांग्रेस दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के स्तर पर 'बेहतर कल, बेहतर भविष्य' का संदेश देने के लिए प्रतीकात्मक विरोध का आयोजन कर रही है, जिसके तहत युवा कांग्रेस कार्यकर्ता नागरिकों को मास्क वितरित करेंगे और बढ़ते प्रदूषण के खिलाफ मानव श्रृंखला बनाएंगे।