उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में सामूहिक हत्याकांड के पीड़ित परिवारों से मिलने जा रही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को प्रशासन द्वारा रोके जाने के बाद उनके पति रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि प्रियंका को हिरासत में लेना असंवैधानिक है और उन्हें तत्काल रिहा किया जाना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि लोकतंत्र को तानाशाही में तब्दील नहीं किया जाना चाहिए।
वाड्रा ने ट्वीट कर कहा , ‘‘ मेरी पत्नी और कांग्रेस नेता प्रियंका को जिस तरह से हिरासत में लिया गया है वो पूरी तरह असंवैधानिक है। गिरफ्तारी के लिए कोई दस्तावेज पेश नहीं किया गया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सरकार को उन्हें तत्काल रिहा करना चाहिए। लोकतंत्र को तानाशाही में नहीं बदला जाए।’’
इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘सोनभद्र में प्रियंका की गैरकानूनी गिरफ्तारी परेशान करने वाली है। वह उन 10 आदिवासियों के परिवारों से मिलने जा रही थीं जिनकी अपनी जमीन छोड़ने से इनकार करने पर निर्मम हत्या कर दी गई। उन्हें रोकने के लिए सत्ता का मनमाने ढंग से इस्तेमाल किया गया है। इससे भाजपा सरकार की बढ़ती असुरक्षा का पता चलता है।’’
अन्य वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं ने भी इस घटना को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना की और इस कार्रवाई को “लोकतंत्र को कुचलने” जैसा करार दिया।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी इस घटना को लेकर सरकार पर निशाना साधा और कहा कि भाजपा सरकार ने उत्तर प्रदेश को “अपराध प्रदेश” बना दिया है। उन्होंने एक ट्वीट कर पूछा, “क्या श्रीमती प्रियंका गांधी को गिरफ़्तार कर, चुनार में नज़रबंद कर, सोनभद्र के आदिवासी परिवार के 10 सदस्यों की हत्या पर पर्दा डाल पाएगी आदित्यनाथ सरकार?”
क्या है मामला?
गौरतलब है कि प्रियंका को शुक्रवार को सोनभद्र जाने से प्रशासन ने रोक दिया। वह बुधवार को हुए इस सामूहिक हत्याकांड के पीड़ित परिवारों से मिलने जा रहीं थी। प्रियंका प्रशासन के इस कदम के विरोध में धरने पर बैठ गईं। पिछले दिनों सोनभद्र में जमीन विवाद में एक ग्राम प्रधान ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर दूसरे पक्ष पर गोलीबारी की जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।