पंजाब विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी कांग्रेस के लिए मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। सियासी उठापठक के बीच अब मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भाई बगावत पर उतर आए हैं। चन्नी के छोटे भाई, डॉ मनोहर सिंह ने घोषणा की है कि वह बस्सी पठाना निर्वाचन क्षेत्र से बतौर स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस की ओर से घोषित उम्मीदवारों की लिस्ट में चन्नी के भाई का नाम नहीं है। इसके बाद ही उन्होंने यह एलान किया।
कांग्रेस ने 86 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची में शनिवार को बस्सी पठाना (सुरक्षित) सीट से पार्टी विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी को टिकट दिया। चन्नी के भाई ने कहा कि मैं बस्सी पठाना सीट का दावेदार था, लेकिन पार्टी (कांग्रेस) ने टिकट देने से इनकार कर दिया है। निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर लड़ूंगा चुनाव, 2007 में भी किया था और चुनाव जीतकर आया।
इससे पहले 11 जनवरी को चरणजीत सिंह चन्नी के चचेरे भाई जसविंदर सिंह धालीवाल बीजेपी में शामिल हो गए थे। उन्होंने पंजाब के प्रभारी और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ली थी। बता दें कि पंजाब विधानसभा की 117 सीटों के लिए 14 फरवरी को मतदान होगा और मतगणना 10 मार्च को होगी।