मॉब लिंचिंग पर पीएम को खुला पत्र लिखने वाली करीब 50 हस्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज को लेकर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि मोदी या उनकी सरकार के खिलाफ बोलने वालों को जेल में डाल दिया जाता है। उनका कहना है कि देश तानाशाही की तरफ बढ़ रहा है और यह बात किसी से छिपी नहीं है।
राहुल गांधी बांदीपुर टाइगर रिजर्व से गुजरने वाले रात के यातायात प्रतिबंध के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में वायनाड पहुंचे थे। यहां उन्होंने कहा, 'हर कोई जानता है कि देश में क्या चल रहा है। यह किसी से छिपा नहीं है। वास्तव में पूरी दुनिया इसे जानती है। हम तानाशाही राज्य की तरफ बढ़ रहे हैं। यह बहुत स्पष्ट है।'
'देश में चल रही हैं दो विचारधाराएं'
राहुल गांधी ने कहा कि देश में दो विचारधाराएं हैं। इसमें एक विचारधारा इस बात का समर्थन करती है कि ‘एक व्यक्ति, एक विचारधारा’ से देश का शासन चले। दूसरी तरफ कांग्रेस और विपक्ष है जो इसे मानने से इनकार कर रहे हैं। उनका मानना है कि देश में विभिन्न भाषाएं, विभिन्न विचार, संस्कृतियां हैं और उनकी आवाज को कुचल नहीं देना चाहिए। इस समय यह देश में चल रही मुख्य लड़ाई है।
हस्तियों के खिलाफ की गई है एफआईआर
रामचंद्र गुहा, मणि रत्नम और अपर्णा सेन सहित करीब 50 हस्तियों के खिलाफ गुरुवार को बिहार के मुजफ्फरपुर में एक एफआईआर दर्ज की गई थी, जिन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को एक खुला पत्र लिखकर मॉब लिंचिंग की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताई थी। दो माह पहले दायर की गई एक याचिका पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) के आदेश के बाद यह एफआईआर दर्ज हुई है। याचिका में दावा किया गया था कि मशहूर हस्तियों ने कथित रूप से 'देश की छवि को धूमिल किया और प्रधानमंत्री के प्रभावशाली प्रदर्शन को कमजोर किया।' इसके अलावा 'अलगाववादी प्रवृत्तियों का समर्थन' किया।