कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का नेतृत्व कर रहे हैं। यात्रा के नागालैंड हॉल्ट के दौरान राहुल गांधी ने यहां के लोगों से आग्रह किया कि वह एक "छोटे राज्य" से आने के बावजूद खुद को देश के अन्य सभी लोगों के बराबर मानें। साथ ही उन्होंने कांग्रेस और गांधी परिवार के "हिंदू विरोधी" कहे जाने पर भी प्रतिक्रिया दी।
नागालैंड की राजधानी कोहिमा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यात्रा का मकसद लोगों को न्याय दिलाना और राजनीति, समाज तथा आर्थिक ढांचे को सभी के लिए बराबर बनाना है। बता दें कि उन्होंने कोहिमा युद्ध के शमशान का दौरा किया और द्वितीय विश्व युद्ध में सर्वोच्च बलिदान करने वाले लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
पार्टी के लोकसभा सांसद ने कहा, "यह मायने नहीं रखता कि यह एक छोटा राज्य है। आपको देश के अन्य नागरिकों के बराबर ही महसूस करना चाहिए। यही हमारी भारत जोड़ो न्याय यात्रा का विचार है...लोगों को न्याय देना, राजनीति, समाज और आर्थिक संरचना को सभी के लिए अधिक समान और सुलभ बनाना।"
राहुल गांधी ने एक प्रेस सम्मेलन के दौरान कांग्रेस और गांधी परिवार को "हिंदू विरोधी" कहे जाने के सवाल पर कहा, "जो व्यक्ति वास्तव में धर्म में विश्वास करता है वह उससे व्यक्तिगत संबंध रखता है। वह अपने जीवन में धर्म का प्रयोग करता है। जो लोग धर्म से जनसंपर्क रखते हैं, वे इसका फायदा उठाने की कोशिश करते हैं। मैं अपने धर्म का फायदा उठाने की कोशिश नहीं करता, मेरी इसमें कोई रुचि नहीं है। मैं धर्म के सिद्धांतों के अनुसार जीने की कोशिश करता हूं। मैं लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करता हूं और उनका सम्मान करता हूं।"
उन्होंने आग कहा, "जब वे मुझसे कुछ कहते हैं तो मैं अहंकार से जवाब नहीं देता, उनकी बात सुनता हूं। मैं नफरत नहीं फैलाता। मेरे लिए यही हिंदू धर्म है। मैं इसे जीवन में अपनाता हूं। लेकिन मुझे इसे अपनी शर्ट के ऊपर पहनने की ज़रूरत नहीं है। जो लोग इस पर विश्वास नहीं करते उन्हें इसे अपनी शर्ट के ऊपर पहनने की जरूरत है।"
#WATCH | Kohima, Nagaland | When asked about BJP calling Congress and Gandhi family as "anti-Hindu", Congress MP Rahul Gandhi says, "...Someone who actually believes in religion keeps a personal relation with it. He uses religion in his life. Those who keep a public relation with… pic.twitter.com/VWbdNHBfOn
— ANI (@ANI) January 16, 2024
गौरतलब है कि 14 जनवरी से मणिपुर से शुरू होकर भारत जोड़ो न्याय यात्रा सोमवार शाम को नागालैंड पहुंची। हाई स्कूल जंक्शन पर एक दूसरी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा था कि पहले कांग्रेस ने दक्षिण भारत से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा निकाली थी, जिसका मूल विचार "विभिन्न धर्मों, भाषाओं और परंपराओं को साथ लाना" था।
उन्होंने कहा, इस बार पार्टी ने उत्तर-पूर्व से एक और यात्रा शुरू करने का फैसला किया क्योंकि यह क्षेत्र "भारत के विचार के लिए बहुत केंद्रीय" है। साथ ही कहा, "हमने मणिपुर से शुरुआत की और अब नागालैंड को पार कर रहे हैं। यह एक प्यारा अनुभव है। आप सभी के स्नेह के लिए धन्यवाद। जय हिन्द।"
जैसे ही यात्रा राज्य की राजधानी से गुजरी, महिलाओं और बच्चों सहित सैकड़ों लोगों ने उनका स्वागत किया। विदित हो कि 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' 6,713 किलोमीटर की दूरी और 100 लोकसभा क्षेत्रों को कवर करेगी और इसका समापन महाराष्ट्र के मुंबई में होने वाला है।