सीएए और एनआरसी के खिलाफ कांग्रेस के सीनियर नेताओं ने धरना शुरू कर दिया है। कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह धरना स्थल पर मौजूद हैं। उनके साथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, अहमद पटेल, आनंद शर्मा समेत कई बड़े नेता भी मौजूद हैं।
इससे पहले राहुल गांधी ने ट्वीट कर युवाओं से राजघाट पहुंचने की अपील की। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ' प्रिय छात्रों और युवाओं, क्या यह काफी नहीं है कि हम भारत की अनुभूति करें। यह वह समय है जब आपको दिखाना होगा कि आप नफरत के जरिये देश को बर्बाद होने देंगे या नहीं होने देंगे।" उन्होंने कहा, 'राजघाट पर दिन में तीन बजे मेरे साथ सत्याग्रह में शामिल होइए, ताकि मोदी-शाह की ओर से शुरू की गई नफरत और हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन किया जाए।'
प्रियंका ने ट्वीट कर कहा, 'यह देश एक साझा रिश्ता है, साझा ख़्वाब है। इस मिट्टी को हमने मेहनतों के रंग से सींचा है। संविधान हमारी शक्ति है। ' उन्होंने कहा, 'देश को ‘फूट डालो और राज करो’ की राजनीति से बचाना है। आइए, आज दोपहर 3 बजे से बापू की समाधि राजघाट पर मेरे साथ संविधान पाठ का हिस्सा बनिए।"
कांग्रेस की मांग है कि संविधान और इसके तहत लोगों को मिले अधिकारों की रक्षा की जाए। कांग्रेस ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों की तुलना भारत छोड़ो आंदोलन से की है। पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इसे (सीएए) वापस लेने और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) पर आगे नहीं बढ़ने का आग्रह किया।
कांग्रेस ने पूछा- मोदी-शाह के बीच सामंजस्य नहीं
कांग्रेस ने एनआरसी के संबंध में बयान को लेकर रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए सवाल भी किया था। पूछा था कि क्या उनके और गृह मंत्री मंत्री अमित शाह के बीच सामंजस्य नहीं है या फिर दोनों मिलकर देश को मुर्ख बना रहे हैं। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा था, 'साहेब दिल्ली में बोलते हैं कि एनआरसी पर कोई डिस्कशन नहीं हुआ, पर 28 नवंबर को झारखंड चुनाव के घोषणापत्र में भाजपा एनआरसी लागू करने का वादा करती है।
‘दोनों मिल कर देश का बेवकूफ बना रहे हैं’
उन्होंने कहा, 'अब दो बातें बताएं- पहली कि क्या प्रधानमंत्री और गृह मंत्री में सामंजस्य नहीं? दूसरी बात यह कि क्या सत्ता और संगठन के बीच खट-पट है या दोनों मिल कर देश का बेवकूफ बना रहे हैं?'
पीएम ने दिया था ये बयान
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलीला मैदान में एक सभा में कहा कि एनआरसी को लेकर अफवाह फैलाई जा रही है, जबकि अभी इस पर कोई चर्चा नहीं हुई है।