गुजरात विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस अध्यक्ष पद पर राहुल गांधी की ताजपोशी करीब-करीब तय हो गई है। अध्यक्ष पद के लिए चुनाव कार्यक्रम को मंजूरी हेतु कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बहुप्रतीक्षित बैठक सोमवार को सोनिया गांधी के आवास पर होगी। सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस की निर्णय करने वाली सर्वोच्च संस्था सीडब्ल्यूसी की बैठक 10 जनपथ पर सुबह साढ़े दस बजे से होगी।
इससे पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी के अगला अध्यक्ष बनने का रास्ता साफ हो जाएगा। सूत्रों ने बताया कि अध्यक्ष पद के लिए राहुल के अकेले उम्मीदवार रहने की संभावना है। पार्टी नेताओं का कहना है कि वैसे अध्यक्ष पद के चुनाव के कार्यक्रम की मंजूरी के लिए सीडब्ल्यूसी की औपचारिक बैठक बुलाने की जरूरत नहीं है, लेकिन सोनिया गांधी ने पार्टी की निर्णय करने वाली सर्वोच्च संस्था की मंजूरी लेने का फैसला किया है।
राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने की अटकलें लंबे वक्त से लग रही हैं और कई नेता उन्हें कमान सौंपने की वकालत कर चुके हैं। उनका अध्यक्ष बनना औपचारिकता है, क्योंकि संगठन में मौजूदा समय में कांग्रेस के शिखर नेतृत्व को चुनौती देने की दूर-दूर तक गुंजाइश नहीं दिखती। चुनाव की सरगर्मी के बीच सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाने के फैसले को देखते हुए यह माना जा रहा कि गुजरात में 9 दिसंबर को पहले दौर के होने वाले मतदान से पूर्व ही राहुल पार्टी की कमान संभाल लेंगे।
पार्टी की कमान बीते कुछ साल से बतौर उपाध्यक्ष राहुल गांधी के हाथों में ही है। शुरुआत में असहज महसूस करने वाले बुजुर्ग नेता अब उनका नेतृत्व स्वीकार कर चुके हैं। राहुल ने भी हाल के समय में युवा नेताओं के साथ-साथ वरिष्ठ नेताओं को पूरी तवज्जो देने का संदेश दिया है। 2004 में अमेठी से लोकसभा चुनाव जीतकर राजनीतिक पारी का आगाज करने वाले राहुल गांधी 2007 में कांग्रेस महासचिव बने थे। जयपुर में जनवरी 2013 में उन्हें औपचारिक तौर से सोनिया गांधी का उत्तराधिकारी बनाते हुए पार्टी उपाध्यक्ष बनाया गया था।