कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को असम में विधानसभा चुनाव अभियान की शुरुआत की। असम के शिवसागर की एक रैली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि अगर राज्य में हमारी सरकार आती है तो हम कभी भी संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) लागू नहीं करेंगे। उन्होंने भाजपा और आरएसएस पर राज्य को विभाजित करने का आरोप भी लगाया।
राहुल गांधी ने कहा, "हमने ये गमछा पहना है इसपे लिखा है सीएए...इसपे हमने क्रॉस लगा रखा है।. मतलब चाहे कुछ भी हो जाए, सीएए नहीं होगा। हम दो हमारे दो अच्छी तरह सुन लो, सीएए नहीं होगा, कभी नहीं होगा।" उन्होंने कहा कि जिनती आपको देश की जरूरत है उतनी देश को आपकी जरूरत है। असम को चोट पहुंचेगी तो हिंदुस्तान को चोट पहुंचेगा, हम ये नहीं चाहते हैं, ये हम नहीं होने देंगे।
राहुल गांधी ने कहा, असम का सबसे बड़ा मुद्दा रोजगार है। राज्य का युवा जानता है कि बीजेपी सरकार में रोजगार नहीं मिलेगा। नरेंद्र मोदी खेती को खत्म करने के लिए तीन कृषि कानून लाए हैं।. हम यहां सरकार में आएंगे तो जो नफरत फैलाई जा रही है वो खत्म होगी।"
कांग्रेस नेता ने कहा, "देश की सरकार ने तरुण गोगोई जी का और इस प्रदेश का अपमान किया है। असम की जनता में वो क्षमता है कि अवैध प्रवास के मुद्दे को मिलकर सुलझाया जा सकता है। अगर यह प्रदेश फिर से बंट गया, जो बीजेपी और आरएसएस रोज करते हैं तो असम का नुकसान होगा।"
उन्होंने कहा, "रिमोट कंट्रोल एक टीवी चला सकता है, लेकिन मुख्यमंत्री को नहीं। मौजूदा मुख्यमंत्री नागपुर और दिल्ली की बात सुनते हैं। अगर असम को फिर से इस तरह का मुख्यमंत्री मिलता है, तो इससे लोगों को कोई फायदा नहीं होगा। युवाओं को एक ऐसे मुख्यमंत्री की जरूरत है, जो उन्हें नौकरी दे।" उन्होंने मोदी सरकार पर कोविड-19 महामारी के दौरान सार्वजनिक धन की लूट करने और दो बड़े व्यवसायी दोस्तों के कर्ज माफ करने का भी आरोप लगाया।