कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित बैठक में पार्टी पदाधिकारियों और प्रदेश अध्यक्षों ने पार्टी को मजबूत करने की दिशा में क्या-क्या कदम उठाए जाने चाहिए इस पर चर्चा की। साथ ही मनरेगा के दस साल पूरे होने और उसके कामकाज को लेकर चर्चा की। संसद के बजट सत्र में कांग्रेस के क्या-क्या मुद्दे होंगे इस पर चर्चा हुई साथ ही जीएसटी सहित अन्य विधेयकों को लेकर भी चर्चा हुई कि इस पर पार्टी का क्या रूख होना चाहिए।
बैठक में मुख्य रूप से इस साल जिन राज्यों में विधानसभा होने हैं उसको लेकर क्या रणनीति होनी चाहिए इस पर भी चर्चा हुई। साथ ही गठबंधन को लेकर भी पार्टी नेताओं की राय को महत्व दिया गया। राहुल ने पार्टी पदाधिकारियों से सुझाव भी मांगे कि किस तरह केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ कैसे जनता में माहौल पैदा किया जाए। राहुल ने बाद में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा की सरकार से आम आदमी दुखी है, मजदूर दुखी है सभी रो रहे हैं और सरकार कॉरपोरेट लोंगों का ध्यान कर रही है। राहुल ने कहा कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्षों ने बताया कि किस प्रकार से अलग-अलग राज्यों में मनरेगा को लेकर काम किया जा रहा है। भाजपा और संघ के लोग दुष्प्रचार कर रहे हैं।