सोनी ने कहा, एक की कीमत पर दूसरे के होने का कोई सवाल ही नहीं है। कांग्रेस अध्यक्ष हमारी अध्यक्ष हैं। हमें उनकी जरूरत है। और आप कुछ दिनों में देख रहे होंगे कि वह राज्यों में जाकर किसानों से मिल रही हैं, पार्टी में जान फूंक रही हैं। पूरी जोश में है। पार्टी के पूर्व सांसद संदीप दीक्षित की ओर से एक दिन पहले दिए गए एक बयान के बाद सोनी ने यह बात कही है। दीक्षित ने कहा था कि पार्टी में 99 फीसदी लोगों की नेता सोनिया है और पार्टी के केंद्र में उनकी जरूरत हमेशा से कहीं ज्यादा है। उन्होंने इन सवालों को भी दरकिनार किया कि दीक्षित की टिप्पणी इस बात का संकेत है कि पार्टी में कुछ लोग राहुल को नहीं चाहते। पिछले कुछ समय से एेसी अटकलें जोरों पर हैं कि राहुल को कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया जा सकता है। राहुल पिछले एक महीने से भी ज्यादा समय से छुट्टियों पर हैं और उनके दो हफ्ते के भीतर लौटने की संभावना है।
दिग्विजय ने अलग सुर में कहा कि पीढ़ीगत बदलाव होना है। उन्होंने हैरत जताते हुए कहा, आप प्रकृति के कानून की अवमानना कैसे कर सकते हैं ? अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ महासचिव दिग्विजय ने संवाददाताओं से कहा, पीढ़ीगत बदलाव होना है। यही प्रकृति का कानून है। क्या आप प्रकृति के कानून की अवमानना कर सकते हैं ? दिग्विजय ने शुरू में ही कह दिया था कि अगले पार्टी प्रमुख के मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को फैसला लेना है। शीर्ष स्तर पर बदलाव की संभावना के बाबत किए गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, यह नेता पर छोड़ दें। यह फैसला उन्हें करना है। वह नेता हैं और वही नेता रहेंगी। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर फैसला करने के लिए कांग्रेस कार्य समिति सर्वोच्च है और उसका अनुमोदन अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा किया जा सकता है। दिग्विजय ने यह भी कहा कि पार्टी प्रवक्ता संदीप दीक्षित ने नेतृत्व के मुद्दे पर जो भी बयान दिया, उसमें कुछ भी गलत नहीं है। एेसी अटकलें हैं कि मई में संभावित अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सत्रा में राहुल को कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त किया जा सकता है। गौरतलब है कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने आज इस गलत और गैर-जरूरी अटकल को खारिज कर दिया कि उसने इसके सत्रा को सितंबर तक टालने का फैसला किया। कांग्रेस के संचार विभाग के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा, मीडिया में आ रही वह खबरें गलत हैं जिसमें कहा जा रहा है कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का सत्र सितंबर तक टाल दिया गया है। राजनीतिक भ्रम पैदा करने के लिए यह गैर-जरूरी अटकल लगाई जा रही है। उन्होंने कहा, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सत्रा की तारीख पर जब फैसला होगा हम सभी संबंधित पक्षों को उचित रूप से सूचित कर देंगे।