राहुल गांधी ने कहा, ‘‘भारत की आजादी अंग्रेजों ने यूं ही नहीं ले ली। कुछ भारतीयों ने उन्हें यह सौंप दी थी, हमने अपनी आवाज खो दी, क्योंकि हमने इसे ‘सरेंडर’ कर दिया। मोदी और आरएसएस यही चाहते हैं। वे चाहते हैं कि भारत अपनी आवाज ‘सरेंडर’ कर दे।’’
शुक्रवार को कर्नाटक सरकार की ओर से यहां आयोजित तीन दिवसीय बीआर आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री, नौकरशाही और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की ओर से लोकतांत्रिक संस्थाओं पर ‘‘व्यवस्थित तरीके से कब्जा’’ करके संविधान के जरिए वह भारतीय संविधान को ‘‘तहस-नहस’’ कर रही है।
राहुल ने कहा, ‘‘हिटलर नाम का एक शख्स था और उसने एक बार लिखा हकीकत पर बहुत मजबूत पकड़ रखो ताकि आप किसी भी वक्त इसका गला घोंट सको। आज हमारे चारों ओर यही हो रहा है। हकीकत का गला घोंटा जा रहा है।’’ राहुल ने कहा कि मोदी और आरएसएस चाहते हैं कि भारत अपनी आवाज ‘सरेंडर’ कर दे।
राहुल ने कहा, ‘‘आज ठीक वैसी ही चीजें हो रही हैं। जब पत्रकार अपनी आंखों के सामने हो रही हिंसा के बारे में नहीं लिखता है, जब किसी जज पर कोई फैसला देने के लिए दबाव बनाया जाता है।”