गुजरात विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी बुधवार को सोमनाथ मंदिर पहुंचे। उनका यह दौरा विवादों में घिर गया है। मंदिर के गैर हिंदू दर्शनाथी वाले रजिस्टर में अहमद पटेल के साथ उनका नाम लिखा होने को लेकर यह विवाद पैदा हुआ है। हालांकि कांग्रेस ने इसे खारिज करते हुए कहा है कि राहुल गांधी ने केवल विजिटर्स रजिस्टर में हस्ताक्षर किए हैं जिसका हिंदू या गैर हिंदू से कोई लेना-देना नहीं है। पार्टी ने चुनाव में ध्रुवीकरण की नीयत से साजिश रचने का आरोप भाजपा पर लगाया है।
पार्टी के कम्युनिकेशन विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी सिर्फ हिंदू नहीं हैं, बल्कि जनेऊधारी हिंदू हैं। कांग्रेस ने एक ट्वीट कर कहा है,“सोमनाथ मंदिर में केवल एक ही आगंतुक पुस्तिका में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने स्वयं हस्ताक्षर किए हैं। अन्य कोई भी तस्वीर पूरी तरह से फर्जी और बनावटी है।” पार्टी के प्रवक्ता दीपेंद्र हुड्डा ने दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस कर राहुल गांधी को अनन्य शिवभक्त बताया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने विजिटर्स रजिस्टर में हस्ताक्षर करते हुए सोमनाथ मंदिर के बारे में लिखा है, “ए वेरी इन्स्पाइरिंग प्लेस”। लेकिन, मीडिया में कोई और पन्ना सर्कुलेट किया जा रहा है। हुड्डा ने कहा कि भाजपा की नीयत गुजरात चुनाव में लोगों को मुद्द्दों से भटकाने की है, क्योंकि 22 सालों से गुजरात की जनता उसके कुशासन से परेशान है। लेकिन, सच की जीत होगी और भाजपा गुजरात में हारेगी।
कुछ मीडिया रिपोर्टों में बताया गया है कि जब कांग्रेस उपाध्यक्ष अपने जत्थे के साथ मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे तो मनोज त्यागी ने गैर-हिंदू रजिस्टर में अहमद पटेल के साथ राहुल गांधी का नाम भी लिख दिया। त्यागी राहुल गांधी के मीडिया को ऑर्डिनेटर बताए जाते हैं। गौरतलब है कि मंदिर परिसर में लगे बोर्ड पर स्पष्ट लिखा है कि सोमनाथ में गैर-हिंदू अनुमति लेने के बाद ही प्रवेश और दर्शन कर सकते हैं। साथ ही इसके लिए बनाए गए रजिस्टर में गैर-हिंदुओं को अपना नाम और विवरण भरना होता है।