लोकसभा चुनाव के बाद हालिया विधानसभाा चुनावों में पार्टी की खस्ता हालत को देखते हुए संगठन में भारी फेरबदल की बात कही जा रही है। कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी की सर्जरी बात की है। पार्टी आगामी पंजाब और यूपी के चुनाव को बड़ी गंभीरता से ले रही है। इसी वजह से राहुल गांधी को जल्द अध्यक्ष बनाया जा सकता है। पार्टी के करीबी सूत्रों ने कहा कि गांधी परिवार को ऐसा लग रहा है कि अब बच्चों खासकर राहुल को पूरी तरह आागे ले आना चाहिए। ऐसा करने से परिवार और पार्टी दोनों पर मंडरा रहा संकट खतम हो जाएगा।
पार्टी सूत्रों के अनुसार अगले महीने तक कांग्रेस कार्यसमिति इस पर फैसला ले सकती है। राहुल को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने के लिए कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाई जा सकती है। अध्यक्ष नियुक्त करने के कार्यसमिति के फैसले पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी की मुहर जरुरी है। असम और बिहार में पार्टी के अल्पसंख्यक वोटों के खिसकने के बाद यूपी में भी इस तरह की संभावना जताई जा रही है। लिहाजा पार्टी नई रणनीति पर गहन विचार विमर्श शुरु कर चुकी है। कांग्रेस का चिंतन शिविर इसी दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। यूपी का चुनाव कांग्रेस के अस्तित्व और भाजपा के आगामी राजनैतिक भविष्य की तस्वीर पेश कर देगा। दोनों दल इस चुनाव को कतई हल्के में नहीं लेना चाहेंगे। कांग्रेस तो इस राज्य में सफलता के लिए हर संभव प्रयास करेगी। कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि अगर यूपी में प्रदर्शन सही नहीं रहा तो पार्टी को एकछत्र खड़े होने में पांच से सात साल लग जाएंगे।