जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आत्मघाती हमले पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) अध्यक्ष राज ठाकरे ने इस हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों को ‘राजनीतिक शिकार’ करार देते हुए दावा किया कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल से पूछताछ करने पर सच्चाई सामने आ जाएगी।
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, महाराष्ट्र के कोल्हापुर में एक समारोह में राज ठाकरे ने कहा कि पुलवामा हमले में शहीद जवानों की यह हत्या राजकीय हत्या है आगे उन्होंने कहा कि यदि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल कि जांच की जाए तो पुलावमा हमले का सब सच बाहर निकल आएगा।
आतंकी हमले की खबर के बाद भी जारी रही मोदी की शूटिंग
राज ठाकरे ने महाराष्ट्र के कोल्हापुर कहा, ‘यदि एनएसए डोभाल से पूछताछ की जाती है तो पुलवामा आतंकी हमले की सच्चाई सामने आ जाएगी।’ उन्होंने कांग्रेस के आरोपों से सहमति जताते हुए कहा, ‘पुलवामा हमले के वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कॉरबेट नेशनल पार्क में एक फिल्म की शूटिंग करने में व्यस्त थे। आतंकी हमले की खबरें आने के बाद भी उनकी शूटिंग जारी रही।’
‘पुलवामा हमले में शहीद हुए 40 जवान ‘राजनीतिक शिकार’ बने’
एमएनएस प्रमुख ने कहा कि पुलवामा हमले में शहीद हुए 40 जवान ‘राजनीतिक शिकार’ बने और हर सरकार ने इस तरह की चीजें गढ़ीं, लेकिन नरेंद्र मोदी के शासन में यह अक्सर हो रहा है। ठाकरे ने कहा कि अनेक बड़ी खबरों की ओर जनता का ध्यान बढ़ाना और सरकार के कारनामों को भूला देना इस सरकार का उददेश है।
उन्होंने कहा, लोकसभा चुनाव के सामने जनता का ध्यान अनेक बातों पर घुमाना ऐसी नीति अमेरिका अनेक सालों से करता आया है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इसी तरह आज की सरकार भी कर रही है।
ठाकरे के बयान पर क्या बोली भाजपा
वहीं, ठाकरे के इस तरह के बयान के बाद प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता माधव भंडारी ने कहा, ‘राज ठाकरे अपने पूरे करियर में नकल उतारते रहे हैं। अब वह डोभाल के खिलाफ आरोप लगा कर राहुल गांधी का अनुकरण रहे हैं।’
पुलवामा हमले में शहीद हुए 40 जवान
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने सीआरपीएफ के काफिले पर हमला कर दिया था। इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे और करीब पांच जवान जख्मी हो गए थे। इसके बाद कांग्रेस ने पीएम मोदी पर निशाना साधा था।
पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस ने कहा था कि पुलवामा हमले की जानकारी मिलने के बाद भी पीएम मोदी नेशनल कॉर्बेट पार्क में फिल्म की शूटिंग कर रहे थे। हालांकि, बाद में सरकार के सूत्रों के हवाले से खबर आई थी कि पीएम मोदी हमले की जानकारी देरी से मिली थी।