पिछले सप्ताह संसद सत्र समाप्त होने के बाद राजन के खिलाफ आरोप लगाने के बाद अब स्वामी ने कल प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने राजन की सेवा तुरंत प्रभाव से खत्म करने की मांग की है। उन्होंने कहा, मैं ऐसा सुझाव इसलिए दे रहा हूं कि मैं डॉक्टर राजन के जान बूझकर भारतीय अर्थव्यवस्था को ध्वस्त करने की कोशिश से स्तब्ध हूं। स्वामी ने कहा कि मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए ब्याज दर बढ़ाने की अवधारणा विनाशकारी थी। उन्होंने कहा, साथ ही पिछले दो साल में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का एनपीए दोगुना होकर 3.5 लाख करोड़ रुपये हो गया।
गौरतलब है कि डॉ. स्वामी लंबे समय से रघुराम राजन की आलोचना करते रहे हैं। राज्यसभा में नामित किए जाने के बाद राजन के खिलाफ उनकी आलोचना और तीखी हुई है। पिछले दिनों उनहोंने कहा था कि राजन को पद से हटाकर पुनः शिक्षण कार्य करने के लिए अमेरिका भेज देना चाहिए।