राजस्थान में एक पत्रकार पर एफआईआर दर्ज होने को लेकर राजस्थान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने गुरूवार को कहा, मुख्यमंत्री एक तरफ लोकतंत्र की बात करते हैं और दूसरी ओर उनके प्रदेश में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पत्रकारों पर दमन चक्र और रिपोर्टिंग के लिए मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। उनके हाथी के दांत दिखाने के और, कहने के कुछ और हैं।
बुधवार को पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के मीडिया मैनेजर और जयपुर के वरिष्ठ पत्रकार के खिलाफ जैसलमेर में एक होटल में रहने के दौरान 'कांग्रेस विधायकों के फोन टैपिंग' की रिपोर्टिंग के लिए एफआईआर दर्ज की है।
राजस्थान पुलिस ने जयपुर के विधायक पुरी पुलिस स्टेशन में लोकेंद्र सिंह, जो कि पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के मीडिया मैनेजर हैं और आजतक न्यूज चैनल के साथ काम करने वाले राजस्थान के वरिष्ठ पत्रकार शरत कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
आजतक के वरिष्ठ पत्रकार शरत कुमार, जिनका नाम एफआईआर में लिया गया है, ने आउटलुक को बताया, "मैं 'फोन टैपिंग स्टोरी' की रिपोर्ट करने वाला आखिरी व्यक्ति नहीं था। मेरे ज्यादातर साथियों ने यह स्टोरी कवर की थी। मैं यह समझने में विफल हूं कि सरकार ने विशेष रूप से एक मीडिया हाउस को क्यों टारगेट किया है"।