पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने सोमवार को आरोप लगाया कि राजस्थान सरकार लोकतंत्र का गला घोंट रही है। सिंह ने अपने बयान का एक वीडियो जारी किया। इसमें उन्होंने कहा है, ‘'जिस तरीके से राजस्थान की सरकार लोकतंत्र का गला घोंट रही है वह किसी से छुपी हुई बात नहीं। परसों तक मैं उनका कैबिनेट मंत्री था और आज मुझ पर एसओजी, एसीबी के केस लगा दिए गए हैं।'’
सिंह ने आगे कहा, ‘'इन केसों का क्या अर्थ निकलता है, हमने कोई बेईमानी नहीं की। बेबाकी से बोलने वाला आदमी हूं, बेबाकी से बोलता रहूंगा। हमने पार्टी के खिलाफ कोई काम नहीं किया, न ही कर रहे हैं। केवल नेतृत्व बदलने की मांग हुई थी जो अब भी वही है।'’
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने सिंह को अशोक गहलोत सरकार को गिराने की साजिश में शामिल होने के आरोप में पद से बर्खास्त कर दिया। सिंह व गुड़ा मालानी से विधायक हेमाराम चौधरी का वीडियो पायलट के प्रवक्ता के व्हाटसऐप ग्रुप में शेयर किया गया। चौधरी ने अपने बयान में कहा है कि पायलट के बारे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान से उन्हें आघात लगा है।
चौधरी के अनुसार गहलोत को अपने बौखलाहट भरे बयानों के लिए राजस्थान की जनता से माफी मांगनी चाहिए।वहीं भाजपा नेता व विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट कर कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष रहे पायलट व प्रतिपक्ष के नेताओं के लिए जिस प्रकार की अमर्यादित व असंसदीय भाषा का प्रयोग कर रहे हैं वो मुख्यमंत्री के पद की गरिमा को गिराने वाला है।