राजस्थान पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) को हरियाणा के मानेसर रिजॉर्ट से खाली हाथ लौटना पड़ा है। दरअसल, बीते एक सप्ताह से ज्यादा समय से कांग्रेस पार्टी के बागी विधायक और सचिन पायलट समर्थक डेरा जमाए बैठे हुए थे। शनिवार को जब राजस्थान पुलिस की स्पेशल टीम जब मानेसर के रिजॉर्ट में प्रवेश की तो वहां ये सभी मौजूद नहीं थे।
बता दें, एसओजी कांग्रेस पार्टी द्वारा दर्ज कराए गए एफआईआर के मद्देनजर बागी विधायकों से मिलने मानेसर के रिजॉर्ट पहुंची थी। वायरल कथित ऑडियो क्लिप में राजस्थान में कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश और विधायकों के खरीद-फरोख्त की बात कही गई हैं।
राजस्थान पुलिस की टीम शुक्रवार शाम को ही हरियाणा के मानेसर पहुंच गई थी जहां भाजपा शासित राज्य की हरियाणा पुलिस ने होटल में घुसने से पुलिस को रोक लिया था। जहां पायलट और उनके वफादार लोग डेरा डाले हुए थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान पुलिस की गाड़ी को मानेसर होटल के बाहर हरियाणा पुलिस द्वारा लगभग एक घंटे तक रोके रखा गया।
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हाल ही राजस्थान कांग्रेस प्रमुख का पद संभालने वाले गोविंद सिंह डोटसरा ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा है कि भाजपा सरकार ने जानबूझकर राजस्थान पुलिस टीम को रोका और इंतजार कराया ताकि रिजॉर्ट के अंदर के विधायक बाहर निकल सकें। वहीं, महासचिव अविनाश पांडे ने ट्वीट किया। उन्होंने कहा, "यदि भाजपा कांग्रेस के आंतरिक लड़ाई में शामिल नहीं है तो फिर भाजपा शासित हरियाणा सरकार होटल के अंदर विधायकों को अपना समर्थन और संरक्षण क्यों दे रही है?"
इससे पहले पार्टी प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शुक्रवार की सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर बागी कांग्रेस विधायक भंवर लाल शर्मा के साथ मिलकर राजस्थान में कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया था।