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राजस्थान: अशोक गहलोत सरकार के तीन सीनियर मंत्रियों ने सोनिया को लिखा पत्र; इस्तीफे की पेशकश, जल्द होगा कैबिनेट का विस्तार!

राजस्थान की अशोक सहलोत सरकार में कैबिनेट विस्तार को लेकर जारी अटकलों के बीच तीन मंत्रियों ने कांग्रेस...
राजस्थान: अशोक गहलोत सरकार के तीन सीनियर मंत्रियों ने सोनिया को लिखा पत्र; इस्तीफे की पेशकश, जल्द होगा कैबिनेट का विस्तार!

राजस्थान की अशोक सहलोत सरकार में कैबिनेट विस्तार को लेकर जारी अटकलों के बीच तीन मंत्रियों ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर इस्तीफे की पेशकश की है। कैबिनेट के तीन मंत्रियों गोविंद सिंह डोटासरा, रघु शर्मा और हरीश चौधरी ने पदों से हटने की इच्छा जताई है। तीनों नेता पार्टी संगठन में काम करना चाहते हैं। रघु शर्मा गुजरात और हरीश चौधरी पंजाब के पार्टी प्रभारी हैं। गोविंद सिंह डोटासरा प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। माना जा रहा है कि राजस्थान में जल्दी ही मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना है। 21 या 22 नवंबर को मंत्रियों का शपथ ग्रहण कार्यक्रम हो सकता है, जिससे पहले ये इस्तीफे हुए हैं।

राजस्थान के कांग्रेस प्रभारी अजय माकन के मुताबिक, हरीश चौधरी, गोविंद सिंह डोटासरा और रघु शर्मा ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधीको पत्र लिखकर मंत्रीपद छोड़ने की मंशा जताई थी क्यों कि ये तीनों पूरी तरह से संगठन के काम में जुटना चाहते हैं। हरीश चौधरी राजस्थान के राजस्व मंत्री, गोविंद डोटासरा शिक्षा मंत्री और रघु शर्मा चिकित्सा मंत्री के पद पर हैं।

अजय माकन जयपुर पहुंचे हैं। इसके साथ हीथ अशोक गहलोत मंत्रिमंडल में फेरबदल की चर्चाओं ने भी ज़ोर पकड़ लिया है। फ़िलहाल राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र यूपी के दौरे पर हैं और वो शनिवार शाम तक वापस जयपुर आएंगे।

राजस्थान में सचिन पायलट का गुट लंबे समय से कैबिनेट विस्तार की मांग कर रहा है। हाल ही में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी, अजय माकन और केसी वेणुगोपाल के साथ बैठक की थी। तब सामने आया था कि मंत्रिमंडल विस्तार में 'एक नेता-एक पद' के फार्मूले को अपनाया जाएगा। इसके बाद से ही सगंठन में पद संभाल रहे गोविंद डोटासरा, हरीश चौधरी और रघु शर्मा का मंत्री पद से इस्तीफा तय माना जा रहा था। पायलट और अशोक गहलोत ने अलग-अलग कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। इसके बाद 16 नवंबर को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि मंत्रिमंडल में जल्द ही फेरबदल किया जाएगा।

इस समय मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री सहित 21 सदस्य हैं।  राज्य में विधायकों की संख्या 200 है, उस हिसाब से मंत्रिमंडल में अधिकतम 30 सदस्य हो सकती है। राजस्थान की अशोक गहलोत के मंत्रिमंडल में इन तीन इस्तीफों के बाद 12 पद खाला हो गए हैं। माना जा रहा है कि इन 12 मंत्री पदों पर सचिन पायलट खेमे के चार से पांच लोगों को लिया जा सकता है। साथ ही एक निर्दलीय विधायक को भी मंत्री बनाने की चर्चा है।

सचिन पायलट और अशोक गहलोत राज्य कांग्रेस में गुटबाजी से इनकार करते रहे हैं। अशोक गहलोत ने गुरुवार को कहा, ‘‘राजस्थान में कोई गुटबाजी नहीं है। आप खुद देखेंगे कि गुटबाजी की अफवाहें विपक्ष वाले फैला रहे हैं। गुटबाजी वहां पर हैं कि उनकी जमानते जब्त हो रही हैं। कोई तीसरे कोई चौथे स्थान पर रह रहा है. झगड़ा उनके यहां है, हमारे यहां कोई झगड़ा नहीं है। हम सब एकजुट हैं।’’ हाल ही में हुए उपचुनाव में राज्य की दो सीटों वल्लभनगर सीट पर बीजेपी उम्मीदवार चौथे तो धरियावद सीट पर तीसरे स्थान पर रहे।

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