कांग्रेस नेता राहुल गांधी कोरोना काल में हालात को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर लगातार हमले कर रहे हैं। अब उन्होंने गंगा में बहती लाशों को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को कहा है कि लोग अपनों के शव गंगा तट पर छोड़ने को मजबूर है और इस स्थिति के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, “मुझे शवों के फ़ोटो साझा करना अच्छा नहीं लगता। देश-दुनिया फ़ोटो देखकर दुखी है लेकिन जिन्होंने मजबूरी में मृत प्रियजनों को गंगा किनारे छोड़ दिया, उनका दर्द भी समझना होगा-ग़लती उनकी नहीं है। इसकी ज़िम्मेदारी सामूहिक नहीं, सिर्फ़ केंद्र सरकार की है।” बिहार और उत्तर प्रदेश में हाल के दिनों में नदी में कई शव बहते पाए जाने के बाद गांधी का यह बयान आया है।
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कोरोना का ‘कोविशील्ड’ टीका बनाने वाली कंपनी के एक अधिकारी के केंद्र सरकार पर विश्व स्वास्थ्य संगठन के दिशा निर्देशों का पालन किए बिना कोरोना टीका के एलान के आरोप को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा “एक तो महामारी, उस पर प्रधान अहंकारी।”
इससे पहले राहुल गांधी ने ब्लैक फंगस के बढ़ रहे मामलों को लेकर सरकार पर निशाना साधा था और आरोप लगाया कि ‘मोदी सिस्टम के कुशासन’ के कारण कोरोना महामारी के साथ यह बीमारी आई है। उन्होंने ट्वीट किया था, ‘‘मोदी सिस्टम के कुशासन के चलते सिर्फ़ भारत में कोरोना के साथ-साथ ब्लैक फ़ंगस महामारी है। टीके की कमी तो है ही, इस नयी महामारी की दवा की भी भारी कमी है।’’