प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को पूर्ववर्ती विपक्षी दलों की सरकारों पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि आज विकास की मेरी अनंत यात्रा का अभियान है और मैं 2047 तक भारत को ‘विकसित भारत’ बनाने के लिए दौड़ रहा हूं तथा देश को तेज गति से दौड़ा रहा हूं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को आजमगढ़ जिले के मंदूरी हवाई अड्डा परिसर में 34,700 करोड़ रुपये की 782 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद यहां आयोजित एक रैली को संबोधित कर रहे थे।
मोदी ने अपने संबोधन में पिछली सरकारों पर वादा पूरा नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा, ”पहले की सरकारों में बैठे लोग जनता की आंख में धूल झोंकने के लिए योजनाएं घोषित कर देते थे। कभी-कभी तो इनकी हिम्मत इतनी होती थी कि संसद में बैठकर रेलवे की नई-नई योजनाएं घोषित कर देते थे। बाद में कोई पूछने वाला नहीं। मैंने समीक्षा की तो 30-35 साल पहले घोषणाएं हुईं। कभी चुनाव से पहले पत्थर गाड़ देते और फिर खो जाते। पत्थर भी खो जाते और नेता भी खो जाते।”
उन्होंने कहा, ”2019 में मैं कोई भी योजना घोषित करता और शिलान्यास करता तो पहली सुर्खी यही बनती कि यह तो चुनाव है तो हो रहा है। आज देश देख रहा है कि मोदी दूसरी मिट्टी का इंसान है।”
प्रधानमंत्री ने कहा, ”2019 में जो शिलान्यास किये गये वो चुनाव के लिए नहीं किए और उनका उद्घाटन हो चुका है। आज विकास की मेरी अनंत यात्रा का अभियान है। 2047 तक भारत को विकसित भारत बनाने के लिए दौड़ रहा हूं और देश को तेज गति से दौड़ा रहा हूं।”
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘भारत माता की जय’ के नारों के बीच कहा, ”आज आजमगढ़ का सितारा चमक रहा है। एक जमाना था जब दिल्ली से कोई कार्यक्रम हो और देश के अन्य राज्य उसके साथ जुड़ते थे और आज आजमगढ़ में कार्यक्रम हो रहा है और देश के अलग-अलग हिस्सों से हजारों लोग हमारे साथ जुड़े हैं।”
मोदी ने कहा, ”आज केवल आजमगढ़ ही नहीं बल्कि पूरे देश के विकास के लिए कई विकास परियोजनाओं का यहां से शुभारंभ हो रहा है। जिस आजमगढ़ को देश के पिछड़े इलाकों में गिनते थे, आज वही देश के लिए विकास का नया अध्याय लिख रहा है। आज आजमगढ़ में देश के कई राज्यों में करीब 34 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास हुआ है।”
विकास की गति की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ”हवाई अड्डे के टर्मिनल के लिए कितना तेजी से काम हुआ, उसका उदाहरण ग्वालियर का विजयाराजे सिंधिया हवाई अड्डा है जो 16 महीने में बनकर तैयार हो गया। ये प्रयास देश के सामान्य मनुष्य के लिए हवाई जहाज की यात्रा को और ज्यादा सहज और सुलभ बनाएंगे।”
एक साथ देश भर की परियोजनाओं के लोकार्पण का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ”पिछले कई दिनों से मेरे समय की मर्यादा के कारण मैं एक ही स्थान पर से देश की अनेकों परियोजनाओं का लोकार्पण कर रहा हूं और जब लोग इतनी सारी परियोजनाओं के बारे में सुनते हैं तो अचरज में पड़ जाते हैं।’’ उन्होंने यह भी कहा, ‘‘लेकिन कभी-कभी जो पुरानी सोच रहती है, इसको भी उसी चौखट में बिठाते हैं, कहते हैं कि अरे यह तो चुनाव का मौसम है।”
प्रधानमंत्री ने रविवार को 34,700 करोड़ रुपये की 782 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। नागरिक उड्डयन क्षेत्र को बढ़ावा देते हुए, प्रधानमंत्री ने आजमगढ़, श्रावस्ती, चित्रकूट और अलीगढ़ हवाई अड्डों और चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, लखनऊ में नए टर्मिनल का उद्घाटन किया।
मोदी ने 108 करोड़ रुपये के बजट से निर्मित महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय, आजमगढ़ का भी उद्घाटन किया। उन्होंने 11,500 करोड़ रुपये की पांच प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत उत्तर प्रदेश के 59 जिलों में 3,700 करोड़ रुपये की लागत से बनी 5,342 किलोमीटर से अधिक लंबी सड़कों का भी उद्घाटन उन्होंने किया गया। रेल बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देते हुए, प्रधानमंत्री ने पूरे प्रदेश में 8,200 करोड़ रुपये की 12 रेलवे परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने राज्य के प्रयागराज, इटावा और जौनपुर जिलों में नमामि गंगा योजना के तहत 1,114 करोड़ रुपये की तीन सीवेज परियोजनाओं का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने लखनऊ में लाइट हाउस प्रोजेक्ट (एलएचपी) का उद्घाटन किया जिसके तहत आधुनिक बुनियादी ढांचे के साथ 1,040 से अधिक किफायती फ्लैट बनाए गए हैं।
मोदी ने गाजीपुर-ताड़ीघाट बड़ी रेल लाइन पर हरी झंडी दिखाकर एक नई ट्रेन की शुरुआत की। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।